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Jammu Kashmir

जम्मू-कश्मीर

पोस्ट सं.पोस्टप्रकाशन दिनांक
87चादर ट्रैक की चुनौतियाँ13 जनवरी, 2019
86जम्मू यात्रा - 2016 (सुनील गायकवाड)22 फरवरी, 2016
85लद्दाख बाइक यात्रा का कुल खर्च10 सितंबर, 2015
84लद्दाख बाइक यात्रा- 19 (शो कार-डेबरिंग-पांग-सरचू- भरतपुर)24 अगस्त, 2015
83लद्दाख बाइक यात्रा- 18 (माहे-शो मोरीरी- शो कार)21 अगस्त, 2015
82लद्दाख बाइक यात्रा- 17 (लोमा-हनले-लोमा-माहे)19 अगस्त, 2015
81लद्दाख बाइक यात्रा- 16 (मेरक-चुशुल-सागा ला-लोमा)17 अगस्त, 2015
80लद्दाख बाइक यात्रा- 15 (पेंगोंग झील: लुकुंग से मेरक)14 अगस्त, 2015
79लद्दाख बाइक यात्रा- 14 (चांगला-पेंगोंग)12 अगस्त, 2015
78लद्दाख बाइक यात्रा- 13 (लेह-चांग ला)10 अगस्त, 2015
77लद्दाख बाइक यात्रा- 12 (लेह-खारदुंगला)8 अगस्त, 2015
76लद्दाख बाइक यात्रा- 11 (खालसी-लेह)5 अगस्त, 2015
75लद्दाख बाइक यात्रा- 10 (शिरशिरला-खालसी)31 जुलाई, 2015
74लद्दाख बाइक यात्रा- 9 (खालसी-हनुपट्टा-शिरशिरला)28 जुलाई, 2015
73लद्दाख बाइक यात्रा- 8 (बटालिक-खालसी)24 जुलाई, 2015
72लद्दाख बाइक यात्रा- 7 (द्रास-कारगिल-बटालिक)22 जुलाई, 2015
71लद्दाख बाइक यात्रा- 6 (श्रीनगर-सोनमर्ग-जोजीला-द्रास)20 जुलाई, 2015
70लद्दाख बाइक यात्रा- 5 (पारना-सिंथन टॉप-श्रीनगर)15 जुलाई, 2015
69लद्दाख बाइक यात्रा- 4 (बटोट-डोडा-किश्तवाड-पारना)8 जुलाई, 2015
68लद्दाख बाइक यात्रा- 3 (जम्मू भ्रमण और प्रस्थान)6 जुलाई, 2015
67लद्दाख बाइक यात्रा- 2 (दिल्ली से जम्मू)2 जुलाई, 2015
66लद्दाख बाइक यात्रा- 1 (तैयारी)29 जून, 2015
65जांस्कर यात्रा का कुल खर्च21 जनवरी, 2015
64गोम्बोरंजन से शिंगो-ला पार14 जनवरी, 2015
63पदुम-दारचा ट्रेक- तेंगजे से करग्याक और गोम्बोरंजन12 जनवरी, 2015
62पदुम-दारचा ट्रेक- पुरने से तेंगजे9 जनवरी, 2015
61अदभुत फुकताल गोम्पा7 जनवरी, 2015
60फुकताल गोम्पा की ओर2 जनवरी, 2015
59पदुम-दारचा ट्रेक- अनमो से चा26 दिसंबर, 2014
58जांस्कर यात्रा- रांगडुम से अनमो24 दिसंबर, 2014
57खूबसूरत सूरू घाटी22 दिसंबर, 2014
56जांस्कर यात्रा- दिल्ली से कारगिल19 दिसंबर, 2014
55कश्मीर से दिल्ली12 फरवरी, 2014
54कश्मीर रेलवे10 फरवरी, 2014
53दिल्ली से कश्मीर7 फरवरी, 2014
52लद्दाख साइकिल यात्रा के तकनीकी पहलू11 सितंबर, 2013
51लद्दाख साइकिल यात्रा- इक्कीसवां दिन- श्रीनगर से दिल्ली7 सितंबर, 2013
50लद्दाख साइकिल यात्रा- बीसवां दिन- मटायन से श्रीनगर30 अगस्त, 2013
49लद्दाख साइकिल यात्रा- उन्नीसवां दिन- शम्शा से मटायन28 अगस्त, 2013
48लद्दाख साइकिल यात्रा- अट्ठारहवां दिन- मुलबेक से शम्शा26 अगस्त, 2013
47लद्दाख साइकिल यात्रा- सत्रहवां दिन- फोतूला से मुलबेक23 अगस्त, 2013
46लद्दाख साइकिल यात्रा- सोलहवां दिन- ससपोल से फोतूला21 अगस्त, 2013
45लद्दाख साइकिल यात्रा- पन्द्रहवां दिन- लेह से ससपोल19 अगस्त, 2013
44लद्दाख साइकिल यात्रा- चौदहवां दिन- उप्शी से लेह14 अगस्त, 2013
43लद्दाख साइकिल यात्रा- तेरहवां दिन- तंगलंगला से उप्शी12 अगस्त, 2013
42लद्दाख साइकिल यात्रा- बारहवां दिन- शो-कार मोड से तंगलंगला9 अगस्त, 2013
41शो-कार (Tso Kar) झील7 अगस्त, 2013
40लद्दाख साइकिल यात्रा- ग्यारहवां दिन- पांग से शो-कार मोड5 अगस्त, 2013
39लद्दाख साइकिल यात्रा- व्हिस्की नाले से पांग2 अगस्त, 2013
38लद्दाख साइकिल यात्रा- नौवां दिन- नकी-ला से व्हिस्की नाला31 जुलाई, 2013
37लद्दाख साइकिल यात्रा- आठवां दिन- सरचू से नकी-ला29 जुलाई, 2013
36लद्दाख साइकिल यात्रा- पहला दिन- दिल्ली से प्रस्थान10 जुलाई, 2013
35लद्दाख साइकिल यात्रा का आगाज8 जुलाई, 2013
34साइकिल से लद्दाख यात्रा28 मई, 2013
33लेह से दिल्ली हवाई यात्रा6 मार्च, 2013
32पिटुक गोनपा (स्पिटुक गोनपा)4 मार्च, 2013
31लेह में परेड और युद्ध संग्रहालय27 फरवरी, 2013
30खारदूंगला का परमिट और शे गोनपा25 फरवरी, 2013
29लेह पैलेस और शान्ति स्तूप23 फरवरी, 2013
28चिलिंग से वापसी और लेह भ्रमण18 फरवरी, 2013
27चादर ट्रेक- गुफा में एक रात13 फरवरी, 2013
26जांस्कर घाटी में बर्फबारी11 फरवरी, 2013
25लद्दाख यात्रा- सिन्धु दर्शन व चिलिंग को प्रस्थान7 फरवरी, 2013
24लद्दाख यात्रा- लेह आगमन4 फरवरी, 2013
23पहली हवाई यात्रा- दिल्ली से लेह1 फरवरी, 2013
22भारत परिक्रमा- तेरहवां दिन- पंजाब व जम्मू कश्मीर10 सितंबर, 2012
21पटनीटॉप में एक घण्टा10 नवंबर, 2010
20श्रीनगर में डल झील3 नवंबर, 2010
19सोनमर्ग से श्रीनगर तक1 नवंबर, 2010
18सोनमर्ग में खच्चरसवारी27 अक्टूबर, 2010
17सोनामार्ग (सोनमर्ग) के नजारे13 अक्टूबर, 2010
16अमरनाथ से बालटाल11 अक्टूबर, 2010
15श्री अमरनाथ दर्शन15 सितंबर, 2010
14पंचतरणी- यात्रा की सुंदरतम जगह8 सितंबर, 2010
13पौषपत्री का शानदार भण्डारा6 सितंबर, 2010
12अमरनाथ यात्रा- महागुनस चोटी1 सितंबर, 2010
11शेषनाग झील30 अगस्त, 2010
10अमरनाथ यात्रा- पिस्सू घाटी से शेषनाग23 अगस्त, 2010
9पहलगाम से पिस्सू घाटी11 अगस्त, 2010
8पहलगाम- अमरनाथ यात्रा का आधार स्थल9 अगस्त, 2010
7अमरनाथ यात्रा4 अगस्त, 2010
6शिव का स्थान है - शिवखोडी15 फरवरी, 2010
5माता वैष्णों देवी दर्शन11 फरवरी, 2010
4जम्मू से कटरा8 फरवरी, 2010
3वैष्णों देवी यात्रा4 फरवरी, 2010
2चलूँ, बुलावा आया है7 जनवरी, 2010
1जम्मू - ऊधमपुर रेल लाइन4 जनवरी, 2010 

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46 रेलवे स्टेशन हैं दिल्ली में

एक बार मैं गोरखपुर से लखनऊ जा रहा था। ट्रेन थी वैशाली एक्सप्रेस, जनरल डिब्बा। जाहिर है कि ज्यादातर यात्री बिहारी ही थे। उतनी भीड नहीं थी, जितनी अक्सर होती है। मैं ऊपर वाली बर्थ पर बैठ गया। नीचे कुछ यात्री बैठे थे जो दिल्ली जा रहे थे। ये लोग मजदूर थे और दिल्ली एयरपोर्ट के आसपास काम करते थे। इनके साथ कुछ ऐसे भी थे, जो दिल्ली जाकर मजदूर कम्पनी में नये नये भर्ती होने वाले थे। तभी एक ने पूछा कि दिल्ली में कितने रेलवे स्टेशन हैं। दूसरे ने कहा कि एक। तीसरा बोला कि नहीं, तीन हैं, नई दिल्ली, पुरानी दिल्ली और निजामुद्दीन। तभी चौथे की आवाज आई कि सराय रोहिल्ला भी तो है। यह बात करीब चार साढे चार साल पुरानी है, उस समय आनन्द विहार की पहचान नहीं थी। आनन्द विहार टर्मिनल तो बाद में बना। उनकी गिनती किसी तरह पांच तक पहुंच गई। इस गिनती को मैं आगे बढा सकता था लेकिन आदतन चुप रहा।

जिम कार्बेट की हिंदी किताबें

इन पुस्तकों का परिचय यह है कि इन्हें जिम कार्बेट ने लिखा है। और जिम कार्बेट का परिचय देने की अक्ल मुझमें नहीं। उनकी तारीफ करने में मैं असमर्थ हूँ क्योंकि मुझे लगता है कि उनकी तारीफ करने में कहीं कोई भूल-चूक न हो जाए। जो भी शब्द उनके लिये प्रयुक्त करूंगा, वे अपर्याप्त होंगे। बस, यह समझ लीजिए कि लिखते समय वे आपके सामने अपना कलेजा निकालकर रख देते हैं। आप उनका लेखन नहीं, सीधे हृदय पढ़ते हैं। लेखन में तो भूल-चूक हो जाती है, हृदय में कोई भूल-चूक नहीं हो सकती। आप उनकी किताबें पढ़िए। कोई भी किताब। वे बचपन से ही जंगलों में रहे हैं। आदमी से ज्यादा जानवरों को जानते थे। उनकी भाषा-बोली समझते थे। कोई जानवर या पक्षी बोल रहा है तो क्या कह रहा है, चल रहा है तो क्या कह रहा है; वे सब समझते थे। वे नरभक्षी तेंदुए से आतंकित जंगल में खुले में एक पेड़ के नीचे सो जाते थे, क्योंकि उन्हें पता था कि इस पेड़ पर लंगूर हैं और जब तक लंगूर चुप रहेंगे, इसका अर्थ होगा कि तेंदुआ आसपास कहीं नहीं है। कभी वे जंगल में भैंसों के एक खुले बाड़े में भैंसों के बीच में ही सो जाते, कि अगर नरभक्षी आएगा तो भैंसे अपने-आप जगा देंगी।

ट्रेन में बाइक कैसे बुक करें?

अक्सर हमें ट्रेनों में बाइक की बुकिंग करने की आवश्यकता पड़ती है। इस बार मुझे भी पड़ी तो कुछ जानकारियाँ इंटरनेट के माध्यम से जुटायीं। पता चला कि टंकी एकदम खाली होनी चाहिये और बाइक पैक होनी चाहिये - अंग्रेजी में ‘गनी बैग’ कहते हैं और हिंदी में टाट। तो तमाम तरह की परेशानियों के बाद आज आख़िरकार मैं भी अपनी बाइक ट्रेन में बुक करने में सफल रहा। अपना अनुभव और जानकारी आपको भी शेयर कर रहा हूँ। हमारे सामने मुख्य परेशानी यही होती है कि हमें चीजों की जानकारी नहीं होती। ट्रेनों में दो तरह से बाइक बुक की जा सकती है: लगेज के तौर पर और पार्सल के तौर पर। पहले बात करते हैं लगेज के तौर पर बाइक बुक करने का क्या प्रोसीजर है। इसमें आपके पास ट्रेन का आरक्षित टिकट होना चाहिये। यदि आपने रेलवे काउंटर से टिकट लिया है, तब तो वेटिंग टिकट भी चल जायेगा। और अगर आपके पास ऑनलाइन टिकट है, तब या तो कन्फर्म टिकट होना चाहिये या आर.ए.सी.। यानी जब आप स्वयं यात्रा कर रहे हों, और बाइक भी उसी ट्रेन में ले जाना चाहते हों, तो आरक्षित टिकट तो होना ही चाहिये। इसके अलावा बाइक की आर.सी. व आपका कोई पहचान-पत्र भी ज़रूरी है। मतलब