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फोटो-यात्रा-21: एवरेस्ट बेस कैंप - खारी-ला से ताकशिंदो-ला

इस यात्रा के फोटो आरंभ से देखने के लिये यहाँ क्लिक करें
1 जून 2016
“रास्ते में एक विदेशी और एक भारतीय ट्रैकर मिले। भारतीय का नाम शायद साहिल था और वह नोएड़ा का रहने वाला था। ये दोनों एवरेस्ट मैराथन में भाग लेकर लौट रहे थे। इन्हें वैसे तो लुकला से फ्लाइट से काठमांडू जाना था, लेकिन दो दिनों से मौसम ख़राब होने के कारण कोई भी वायुयान नहीं उड़ सका। विदेशी की काठमांडू से कल दोपहर की फ्लाइट थी, जिसे वह किसी भी हालत में नहीं छोड़ सकता था। इस समय उसके पास काठमांडू पहुँचने के लिये केवल चौबीस घंटे ही शेष थे। मौसम कब तक सामान्य होगा, कब उड़ानें नियमित होंगी, इसकी प्रतीक्षा न करते हुए उसने फाफलू पहुँचने का जो निर्णय लिया था, वो एकदम ठीक निर्णय था।”
“ट्रैकिंग के पहले दिन जिन स्थानों पर हम रुके थे, जहाँ-जहाँ पानी पीया था, सभी को ‘रिमाइंड़’ करते गये। कोठारी जी भी अदृश्य रूप में साथ थे। यहाँ इस पुल के पास बैठकर हमने कोठारी जी की एक घंटे तक प्रतीक्षा की थी। यहाँ कोठारी जी ने ‘तातोपानी’ पीया था। यहाँ हमें पहली ‘खच्चर-ट्रेन’ मिली थी।”




“आख़िरी 100 मीटर। मन कर रहा है कि इस अनुभव पर एक अलग किताब लिख दूँ।
और जैसे ही ताकशिंदो-ला का द्वार दिखायी दिया, दीप्ति दौड़कर ऊपर जा पहुँची। मैं यहीं खड़ा रहा। इस द्वार को देखने मात्र से ही इतना सुकून मिल रहा था कि फोटो लेने की भी सुध न रही। लग रहा था कि द्वार में प्रवेश करते ही समाधिस्थ हो जाऊँगा। बादल थोड़े घने हो गये। कुछ बूँदें गिरीं, तब जाकर द्वार पार कर लेने का होश आया।”

एवरेस्ट बेस कैंप ट्रैक पर आधारित मेरी किताब ‘हमसफ़र एवरेस्ट का एक अंश। किताब तो आपने पढ़ ही ली होगी, अब आज की यात्रा के फोटो देखिये:















नुनथला



ऊपर से दिखता नुनथला





ताकशिंदो मोनेस्ट्री से दिखती दूधकोसी घाटी। इसमें नुनथला, जुभिंग, खारी खोला, बुपसा और खारी-ला सब दिख रहे हैं।




और 16 दिनों बाद ट्रैकिंग समाप्त

मोटरसाइकिल यहीं छोड़कर गये थे और यहीं खड़ी मिली।




नेपाली कैलेंडर

हमारा नेपाली दोस्त मोटरसाइकिल चलाने का आनंद ले रहा है... और उसके बीवी-बच्चे उसके मजे ले रहे हैं...


दूधकुंड की तरफ की चोटियाँ









अगला भाग: फोटो-यात्रा-22: एवरेस्ट बेस कैंप - ताकशिंदो-ला से भारत


1. फोटो-यात्रा-1: एवरेस्ट बेस कैंप - दिल्ली से नेपाल
2. फोटो-यात्रा-2: एवरेस्ट बेस कैंप - काठमांडू आगमन
3. फोटो-यात्रा-3: एवरेस्ट बेस कैंप - पशुपति दर्शन और आगे प्रस्थान
4. फोटो-यात्रा-4: एवरेस्ट बेस कैंप - दुम्जा से फाफलू
5. फोटो-यात्रा-5: एवरेस्ट बेस कैंप - फाफलू से ताकशिंदो-ला
6. फोटो-यात्रा-6: एवरेस्ट बेस कैंप - ताकशिंदो-ला से जुभिंग
7. फोटो-यात्रा-7: एवरेस्ट बेस कैंप - जुभिंग से बुपसा
8. फोटो-यात्रा-8: एवरेस्ट बेस कैंप - बुपसा से सुरके
9. फोटो-यात्रा-9: एवरेस्ट बेस कैंप - सुरके से फाकडिंग
10. फोटो-यात्रा-10: एवरेस्ट बेस कैंप - फाकडिंग से नामचे बाज़ार
11. फोटो-यात्रा-11: एवरेस्ट बेस कैंप - नामचे बाज़ार से डोले
12. फोटो-यात्रा-12: एवरेस्ट बेस कैंप - डोले से फंगा
13. फोटो-यात्रा-13: एवरेस्ट बेस कैंप - फंगा से गोक्यो
14. फोटो-यात्रा-14: गोक्यो और गोक्यो-री
15. फोटो-यात्रा-15: एवरेस्ट बेस कैंप - गोक्यो से थंगनाग
16. फोटो-यात्रा-16: एवरेस्ट बेस कैंप - थंगनाग से ज़ोंगला
17. फोटो-यात्रा-17: एवरेस्ट बेस कैंप - ज़ोंगला से गोरकक्षेप
18. फोटो-यात्रा-18: एवरेस्ट के चरणों में
19. फोटो-यात्रा-19: एवरेस्ट बेस कैंप - थुकला से नामचे बाज़ार
20. फोटो-यात्रा-20: एवरेस्ट बेस कैंप - नामचे बाज़ार से खारी-ला
21. फोटो-यात्रा-21: एवरेस्ट बेस कैंप - खारी-ला से ताकशिंदो-ला
22. फोटो-यात्रा-22: एवरेस्ट बेस कैंप - ताकशिंदो-ला से भारत
23. भारत प्रवेश के बाद: बॉर्डर से दिल्ली




Comments

  1. आपकी यह पोस्ट पढ़कर मेरी आँखों में ख़ुशी के आंसू है
    मैं बयान नहीं कर सकता कि मैं कितना खुश हूँ
    कुछ लोग जिन्दगी भर हाय धन हाय धन करते करते मर जाते है और धन यहीं छुट जाता है
    कुछ भी साथ नहीं चलता है
    लेकिन आप ये आनंद, ये अनुभव सब अपने साथ ले जायेगे
    जय हो

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  2. बहुत खूबसूरत चित्र

    ReplyDelete

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46 रेलवे स्टेशन हैं दिल्ली में

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