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रॉस द्वीप - ऐसे खंड़हर जहाँ पेड़ों का कब्ज़ा है

19 जनवरी, 2017
कल जब हम सेलूलर जेल से लौट रहे थे, तो ‘अंडमान वाटर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स’ दिखायी दिया। यही अबरडीन जेट्टी भी है। जेट्टी मतलब ‘बोट-अड्डा’। यहाँ से रॉस द्वीप और नॉर्थ-बे के लिये बोट चलती हैं। चूँकि ये दोनों स्थान पास ही हैं और यहाँ से दिखायी भी देते हैं, इसलिये किसी भी तरह की एड़वांस बुकिंग की आवश्यकता नहीं।
सरकारी बोट भी चलती होगी, जो प्राइवेट से सस्ती होती होगी। लेकिन हमने प्राइवेट बोट चुनी। दोनों स्थानों पर आने-जाने का इनका किराया 550 रुपये प्रति व्यक्ति था। प्रत्येक बोट का अपना एक नाम होता है। हमें जो बोट मिली, उसका नाम था नंदिनी। यही बोट हमें पहले रॉस द्वीप ले जायेगी, फिर नॉर्थ-बे ले जायेगी और आख़िर में वापस अबरडीन जेट्टी भी लायेगी। रॉस द्वीप पर डेढ़ घंटा रुकना था और नॉर्थ-बे पर ढाई घंटे।





दीप्ति की यह पहली समुद्री यात्रा थी। पंद्रह-बीस मिनट ही लगे और हम रॉस पहुँच गये। पोर्ट ब्लेयर में सेलूलर जेल बनने से पहले वाइपर द्वीप पर तो जेल हुआ करती थी और यहाँ रॉस द्वीप पर अधिकारियों का निवास। कभी आलीशान रहे इन घरों की पुरानी तस्वीरें हमने कल सेलूलर जेल में एक संग्रहालय में देखी थीं। आज ये सब न केवल खंड़हर हो गये हैं, बल्कि यह भी देखना आश्चर्यजनक है कि किस तरह पेड़ों, झाड़ियों और बेलों ने इन पर कब्ज़ा कर लिया है।
रॉस द्वीप पर प्रवेश करते समय हमारे कुल 90 रुपये लगे - शायद 20-20 रुपये प्रति व्यक्ति शुल्क और 50 रुपये कैमरे का शुल्क।
फिलहाल फोटो देखिये। ज्यादा लिखने का मन नहीं है।

केकड़ा


रॉस द्वीप पर बारहसिंघे भी हैं, जो पर्यटकों से बहुत घुल-मिल गये हैं।






ये ही यहाँ के मुख्य आकर्षण हैं।






ऐसा कोई खंड़हर नहीं, जहाँ पेड़ों का कब्ज़ा न हो...






ये कुछ फोटो हैं, जो सेलूलर जेल में लगे हैं। इनसे पता चलता है कि रॉस द्वीप वाले ये घर कुछ ही दशकों पहले कितने आबाद और आलीशान हुआ करते थे...












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10. अंडमान में बाइक यात्रा: माउंट हैरियट नेशनल पार्क
11. वंडूर बीच भ्रमण
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Comments

  1. Photo bahut hi acche. Aap ke dwara likhe gaye ab tak ke sabhi blogs me sabse khoobsoorat photo hain. Itni buri tarah kabza kar rakha hai belo ne gharo par ! Pahli bar dekha. Janwaro ka insano ke sath ghulna milna dekh kar kafi accha laga. Barasingha aur Murge wali photo sabse achhi lagi.
    Man gaye aapki photographi ko. Bahut hi sundar photo hain.
    Bas ek sujhav hai ki photo ke sath photo me dikhne wale bhale manush ke chehre par bhi thodi smile honi chahiye. Thoda sa has dete to aur achhi photo aati.

    ReplyDelete
    Replies
    1. बहुत बहुत धन्यवाद उमेश जी...

      Delete
  2. बडी मजेदार रही यह यात्रा ।

    ReplyDelete
  3. आपकी ब्लॉग पोस्ट को आज की ब्लॉग बुलेटिन प्रस्तुति ब्लॉग बुलेटिन - आप सभी को लठ्ठमार होली (बरसाना) की हार्दिक बधाई में शामिल किया गया है। सादर ... अभिनन्दन।।

    ReplyDelete
  4. अनोखे चित्रों से सजा रोचक यात्रा विवरण !

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  5. बहुत शानदार यात्रा भाई नीरज ।

    1 छोटा सा सुझाव भी ।आप 'मुसाफिर हूँ यारो" नाम से YOUTUBE पर CHANNLE बनाके video भी उपलोड कीजिये देखने में आनंद आएगा और 1 नया अनुभव भी मिलेगा ।

    reply का इंतज़ार ।

    ReplyDelete
    Replies
    1. यूट्यूब चैनल भी है, लेकिन मैंने अभी तक इसे गंभीरता से नहीं लिया।
      http://youtube.com/neerajjaatji

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  6. बहुत अच्छा

    ReplyDelete

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