कलकत्ता यात्रा- दिल्ली से हावडा
पिछले महीने कुछ ऐसा योग बना कि अपन को बिना छुट्टी लगाये ही चार दिन की छुट्टी मिल गई। इतनी छुट्टी और बरसात का महीना- घूमना तय था। हां, बरस...
नीरज मुसाफिर का यात्रा ब्लॉग
पिछले महीने कुछ ऐसा योग बना कि अपन को बिना छुट्टी लगाये ही चार दिन की छुट्टी मिल गई। इतनी छुट्टी और बरसात का महीना- घूमना तय था। हां, बरस...
इस साल रेल एडवेंचर के क्रम में मैंने अपना मकसद बनाया था कि नैरो गेज और मीटर गेज ट्रेनों में घूमना है। सतपुडा नैरो गेज , धौलपुर नैरो गेज ...
रेल यात्राओं के क्रम में एक दिन कार्यक्रम बना लोहारू-सीकर मीटर गेज लाइन का। वैसे तो जयपुर से सीकर जंक्शन तक मीटर गेज जाती है। सीकर से आगे...
श्रीखण्ड महादेव हिमाचल प्रदेश में रामपुर बुशहर के पास एक 5200 मीटर ऊंची चोटी है। इतनी ऊंचाई तक चढना हर किसी के बस की बात नहीं होती। वे ...
22 जुलाई 2011 की शाम को हम चारों- मैं, सन्दीप पंवार , नितिन और विपिन पांवटा साहिब (पौण्टा साहिब) में थे। पांवटा साहिब हिमाचल प्रदेश में सि...
बहुत दिनों से सुन रखा था कि कालसी में अशोक का शिलालेख है। वही सम्राट अशोक जिसने कलिंग (उडीसा) को फतेह करने के बाद लडना छोड दिया था और बौद्...
अपनी श्रीखण्ड यात्रा पूरी करने के बाद हमारी योजना रामपुर से रोहडू, आराकोट, त्यूनी और चकराता होते हुए वापस आने की थी। आराकोट में हम हिमाचल...
जुलाई में जब हम श्रीखण्ड जा रहे थे तो इसी यात्रा में जलोडी जोत देखने का कार्यक्रम भी बनाया। शिमला से करीब 90 किलोमीटर आगे सैंज है। यहां ...
बहुत दिन पहले मैं कुल्लू जिले का नक्शा देख रहा था और उसमें भी कुल्लू का वो इलाका जो पर्यटकों में बिल्कुल भी मशहूर नहीं है लेकिन घुमक्कडों...
श्रीखण्ड महादेव जाते समय जब हम पिंजौर पहुंचे तो भूख काफी तेज लग रही थी। पिंजौर चण्डीगढ से करीब बीस किलोमीटर आगे शिमला रोड पर है। लेकिन अ...