tag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post8710965227160579993..comments2024-03-11T15:32:30.331+05:30Comments on मुसाफिर हूँ यारों: मणिमहेश ट्रैक पर क्या हुआ था?नीरज मुसाफ़िरhttp://www.blogger.com/profile/10478684386833631758noreply@blogger.comBlogger35125tag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-7987638951311122192017-06-17T19:08:30.733+05:302017-06-17T19:08:30.733+05:30दिल पर कोई बोझ न रखिये जिंदगी एक जंग है इसे जारी र...दिल पर कोई बोझ न रखिये जिंदगी एक जंग है इसे जारी रखिये.....नीरज भाई आपका दोष है ही नही<br /> ईश्वर उन मित्र की दिवंगत आत्मा को चीर शांति प्रदान करेMAHESH CHANDRA PALIWALhttps://www.blogger.com/profile/05222819520296376252noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-78743463452982935682017-05-29T11:43:54.093+05:302017-05-29T11:43:54.093+05:30कभी कभी अनुमान गलत साबित होते है, यही हुआ। लोगों क...कभी कभी अनुमान गलत साबित होते है, यही हुआ। लोगों के रिएक्शन आ रहे वो भावुकता वश आ रहे, उन्हें गलत नही मान सकते। नीरज जी ,आपने जो किया मैं भी वही करता बस वो वक्त खराब था।Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/16187505402416397629noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-67728078629650799842016-11-15T11:28:18.843+05:302016-11-15T11:28:18.843+05:30Mr Neeraj jat. You responded, but never seemed apo...Mr Neeraj jat. You responded, but never seemed apologetic. A/c to you, all decisions were made by him and you are not responsible. But you don't know , you committed a sin against a good soul. It will affect you, its a curse. So confess publicly, heartily, and cry hard to be cured. God knows the truth.TheOathBreakerhttps://www.blogger.com/profile/13163790187811754190noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-31162636915828472052016-10-01T01:00:59.070+05:302016-10-01T01:00:59.070+05:30यात्रा दुखांत रही। ..मगर ये सब लिखना जरुरी था , आप...यात्रा दुखांत रही। ..मगर ये सब लिखना जरुरी था , आपने धैर्य का परिचय दिया। .ये ताउम्र साथ बना रहे Archana Chaojihttps://www.blogger.com/profile/16725177194204665316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-72351950517110874752016-09-28T02:33:39.838+05:302016-09-28T02:33:39.838+05:30Be brave, We all are with you.
RegardsBe brave, We all are with you.<br /><br />RegardsAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/00766489407501583309noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-45703344096913523462016-09-26T16:10:13.964+05:302016-09-26T16:10:13.964+05:30 इसमें कोई दो राय नहीं कि जो हुआ दुखद हुआ.लेकिन गल... इसमें कोई दो राय नहीं कि जो हुआ दुखद हुआ.लेकिन गलती किसकी थी इसपर चर्चा व्यर्थ है.व्यक्ति के निर्णय कभी कभी क्षणिक और नितांत व्यक्तिगत होते हैं.घटना दुर्घटना कही भी हो सकती है.हाँ दुर्घटना होने पर चर्चा, ज़्यादातर ज़रुरत से ज़्यादा बेकार चरचा होती है.हाँ इस लेख से कुछ घुमक्कड़ लोगों को ज़रूर सीख मिलेगी.<br />लिखते रहिये.संजय भभुआhttps://www.blogger.com/profile/16121674419530599557noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-15933486099377662592016-09-26T05:28:54.711+05:302016-09-26T05:28:54.711+05:30हिंदी लेखकों में बहुत ही यश विपन्नता है। एक व्यंग ...हिंदी लेखकों में बहुत ही यश विपन्नता है। एक व्यंग लेखक हैं "अनूप शुक्ल", उनकी लिखी हुई बात है पर अक्षरशः सत्य है। इस सारे घटनाक्रम में जिस तरह का तमाशा किया गया वो भी साथी यात्रा लेखकों द्वारा, इसका ज्वलंत उदाहरण है।<br />मेरे पिताजी अक्सर कहते हैं कि जो आपको जानता है वो सच्चाई जानता है की आप क्या है और जो आपको नहीं जानता वो कुछ भी समझे क्या फर्क पड़ता है।Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/08462687114417352556noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-39495272211584114252016-09-24T10:14:54.050+05:302016-09-24T10:14:54.050+05:30नीरज भाई बिना संशय के ये एक दुखद यात्रा थी साथ ही ...नीरज भाई बिना संशय के ये एक दुखद यात्रा थी साथ ही साथ दुर्भाग्यपूर्ण भी थी। और नए नए ट्रैवलर्स को बहुत सीख भी देती है। बहुत से ब्लोगर्स ने इस घटना का जिक्र काफी तल्ख अंदाज मे किया है और कही ना कही उन की आप से नाराजगी भी है। निःसंदेह आप ने अपनी जिम्मेदारी निभाई पर आप इस से भी ज्यादा कर सकते थे। जीवन अनमोल होता है और एक टीम लीडर का फ़र्ज़ है की वो पूरी टीम को एकता के सूत्र मे बांधे और उसका निर्णय टीम के लिए सर्वमान्य हो। ऐसा नही हुआ इसका मतलव टीम के लोगों मे विस्वास की कमी थी और इस विस्वास की कमी का कारण था आपके साथियो का आपका केवल एक फेसबूक मित्र होना क्यों की वास्तविक दोस्तो मे भरपूर विश्वास होता है ओर विरचुअल मित्रो मे इसकी कमी ओर यही कमी ट्रैक पर दिखी जब आपके लाख केहने के बाद भी मरहूम बंदे ने बात नही मानी।<br /><br />नीरज भाई आशा है आप अपनी अगली यात्राओ पर अपने वास्तविक मित्रो या नजदीकियों को ही ले जाये। साथ ही साथ अपना ट्रैवल इन्सुरेंस जरूर कराये ताकि विपरीत परीस्तीतियो मे आपके परिवार को मदद मिल सके।pawan kaithwashttps://www.blogger.com/profile/13223661381826416008noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-23690735051181920382016-09-24T00:50:43.516+05:302016-09-24T00:50:43.516+05:30नीरज जी जो हुआ बहुत ही दुखद था ।पर होनी को कौन टाल...नीरज जी जो हुआ बहुत ही दुखद था ।पर होनी को कौन टाल सकता है। अब अपने अनुभवों से सीख लेते हुए आप आगे बढ़ो क्योंकि चलते रहना ही ज़िन्दगी है। हमारी शुभकामनाए आपके साथ है। Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/01476583968621888969noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-2848197938861493462016-09-23T22:31:01.672+05:302016-09-23T22:31:01.672+05:30नीऱज़
लिखते रहो.. पोस्ट पढते समय मन घबराया जरूर.....नीऱज़ <br />लिखते रहो.. पोस्ट पढते समय मन घबराया जरूर...<br />विजयकुमार भवारी https://www.blogger.com/profile/14935851368745967586noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-40764478485466525962016-09-22T14:14:02.457+05:302016-09-22T14:14:02.457+05:30जो हुआ नीरज भाई, बेहद दुखद था। दुर्घटना कभी भी कि...जो हुआ नीरज भाई, बेहद दुखद था। दुर्घटना कभी भी किसी के साथ भी हो सकती है। समूह में कुछ चीजें करें तो समूह से अलग होना नहीं चाहिए। लेकिन फिर भी ऐसा हो जाता है। इसपे कोई कण्ट्रोल नहीं होता। हाँ, आप अवसाद से बाहर आईये और नई यात्रा पे जाइए।विकास नैनवाल 'अंजान'https://www.blogger.com/profile/09261581004081485805noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-24190091754840833942016-09-22T05:57:07.263+05:302016-09-22T05:57:07.263+05:30जो हुआ बहुत दुखद था नए ट्रेकरों को इस घटना से सीख ...जो हुआ बहुत दुखद था नए ट्रेकरों को इस घटना से सीख लेनी चाहिए। आपने स्पस्टीकरण दिया ये सही है। अब आगे बढ़ो और इससे बाहर निकलो।चंद्रेश कुमार https://www.blogger.com/profile/00782031304346366663noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-7766116801665640732016-09-21T22:31:06.579+05:302016-09-21T22:31:06.579+05:30बीती ताहि बिसार दे, आगे की सुध लेय। बीती ताहि बिसार दे, आगे की सुध लेय। ब्लॉ.ललित शर्माhttps://www.blogger.com/profile/09784276654633707541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-27726798068713304592016-09-21T22:15:22.949+05:302016-09-21T22:15:22.949+05:30नीरज भाई लिखा , बहुत अच्छा किया | इसके बाद अब किसी...नीरज भाई लिखा , बहुत अच्छा किया | इसके बाद अब किसी के कहने सुनने को कुछ बचना तो नहीं चाहिए | फिर भी लोग कहे सुने तो आप अब कान न धरें |<br /><br />जिस परिस्थिति और मनोदशा से आप अभी गुजर रहे हैं विमलेश चन्द्र जी के दोनों सुझाव सबसे बेहतरीन मालूम होते हैं | आशा है आप इन पर विचार करेंगे |Rahul Goswamihttps://www.blogger.com/profile/08052091883779912611noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-2980771415701651702016-09-21T22:02:21.986+05:302016-09-21T22:02:21.986+05:30अभी अभी जानकारी मे आयी है कि उस समय नीरज जी विरुद्...अभी अभी जानकारी मे आयी है कि उस समय नीरज जी विरुद्ध कैम्पेन चलाने वालों में से कुछ लोग ब्लागर लिखने वालों कि एक सूची बनायी है जिसमें नीरज जी का नाम गायब था । नीरज जी के चाहने वालों का कड़ा रिएक्शन के बाद नीरज जी का नाम अनमने मन से शामिल किया गया। सभी ब्लागर सम्माननीय और जानकार है किन्तु किसी के विरुद्ध गलत कैम्पेन चलाकर बदनाम करना और फिर अनदेखी करना निश्चय ही दुखद है । VIMLESH CHANDRA - RAILWAY WRITERhttps://www.blogger.com/profile/05169901862711497657noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-22454160629441085052016-09-21T15:56:52.742+05:302016-09-21T15:56:52.742+05:30दुखद यात्रा थी यह आपके लिए क्योकि आपने एक साथी को ...दुखद यात्रा थी यह आपके लिए क्योकि आपने एक साथी को खोया। इस दुर्घटना से हम जैसे लोग व कुछ ट्रेकर जो अपने साथ किसी को भी ट्रेक पर ले जाते है उनको भी एक सबक मिला। अब लोग जाने से पहले दुर्घटना ना हो, अगर हो तोह क्या क्या सावधानी बरतनी चाइए इन सब बातों पर विचार पहले ही करने लगे है,और यह सीखने को भी मिला की पहाड़ो पर सावधानी बरतनी चाइये और प्लान बना कर व लोकल बन्दों से भी जानकारी ले कर ऐसी दुर्गम जगह जाना चाइये। आज राहुल यहां ना होकर भी हमे बहुत कुछ सीखा गया। <br />Sachin tyagihttps://www.blogger.com/profile/05026492634418980571noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-48708121712322114432016-09-21T15:30:05.903+05:302016-09-21T15:30:05.903+05:30धन्यवाद इस पोस्ट को लिखने के लिए और उन लोगो की गलत...धन्यवाद इस पोस्ट को लिखने के लिए और उन लोगो की गलतफहमी दूर करने के लिए जो आपके खिलाफ ग़लतफ़हमी पाले बैठे है |<br />आपकी पोस्ट एक एक पल को बयां कर रही है बढ़िया लिखा है | <br /><br />हाँ इस घटना से सभी लोगो को परेशानी हुई है खासकर आपके मन में अभी तक हलचल मची हुई होगी | खैर इस घटना से सबक लेते हुए आप अपनी घुमक्कड़ी बिंदास जारी रखे ...<br />और सबक भी नये लोगो के लिए जबरदस्ती ट्रेक पर बिना किसी साहयता या अनुभव के नहीं जाना चाहिए...<br /><br />धन्यवाद Ritesh Guptahttps://www.blogger.com/profile/08778571076761815036noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-87490935228196518872016-09-21T15:02:57.005+05:302016-09-21T15:02:57.005+05:30नीरज भाई मुझे से पहले से ही यकीं था की इस सब में आ...नीरज भाई मुझे से पहले से ही यकीं था की इस सब में आपकी कोई गलती नहीं थी , पर इस सब से मैंने भी एक सबक सीख की किस तरह से लोग दुर्घटना होने पर भी मजे लेते हैं , और जिस समय इन्सान को सबसे ज्यादा जरुरत होती है उस समय लोग आपको और तंग करते हैं इसलिए हमेशा हमें कम परुन्तु सच्चे दोस्त ही बनाने चाहिए जो मुसीबत के समय दगा न दे , मैंने देखा किस तरह से लोग हत्यारा तक बोल रहे थे , उनकी बातो से साफ़ झलक रहा था की उनको राहुल से कोई मतलब नहीं है बल्कि वो आपको फंसा हुआ देख कर खुश हो रहे थे , sandy sandyy]DocSandyhttps://www.blogger.com/profile/01509191998598019619noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-72644670201451099262016-09-21T14:25:05.971+05:302016-09-21T14:25:05.971+05:30इस दुखद यात्रा के विवरण पर क्या प्रतिक्रिया व्यक्त...इस दुखद यात्रा के विवरण पर क्या प्रतिक्रिया व्यक्त करूँ... कई बार कुछ लिखने को शब्द साथ नही देते! होनी अनहोनी पर किसी का बस नही और पहाड़ों पर तो अक्सर ही ऐसी दुखद दुर्घटनाएं हो ही जाती हैं। <br />मुझे पता है कि यह सब इतने विस्तार से लिखना आपके लिए भी आसान नही रहा होगा।<br />बस, इतना ही कहूँगा कि ट्रेकिंग करने को उत्सुक नये लोग इस दुर्घटना से सबक लें और जब तक पूर्णतयः मानसिक और शारीरिक रूप से फिट न हों, इतनी ऊंचाई पर जाने का जोखिम न लें। पहाड़ों पर नेटवर्क सिग्नल न होने की वजह से किसी भी प्रकार की मदद या रेस्क्यू भी समय रहते नही मिल पाता। <br />यदि नये लोग इन बातों का ध्यान रख पाए तो यही राहुल के प्रतिं सच्ची श्रद्धांजलि होगी!Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/00481725563739075203noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-47646298928537890232016-09-21T13:41:36.684+05:302016-09-21T13:41:36.684+05:30अच्छा किया, सबसे बांटा.
जो हुआ दुखद था. कई बार ...अच्छा किया, सबसे बांटा. <br />जो हुआ दुखद था. कई बार बहुत सी बातें किसी के बस में नहीं होतीं. शायद इसे ही होनी कहते हैं... Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टूनhttps://www.blogger.com/profile/12838561353574058176noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-38187259543977965232016-09-21T13:29:09.460+05:302016-09-21T13:29:09.460+05:30जो होनी थी , वो होकर रही । आपकी इस यात्रा को लेकर ...जो होनी थी , वो होकर रही । आपकी इस यात्रा को लेकर बहुत बवाल भी हुआ । पर लोग सिर्फ अपने घरों में बैठे अनुमान लगा रहे थे । आपकी जगह अन्य कोई और भी होता तो इसी तरह सोचता । जब सब ठीक हो तो हमारी बड़ी से बड़ी गलतियां भी माफ़ होती है , लेकिन अगर कुछ गड़बड़ हो जाये तो हमारी छोटी से छोटी गलती भी बड़ी बना दी जाती है । खैर आपकी इस पोस्ट से सारा घटनाक्रम तो स्पष्ट तो हुआ ही साथ नए ट्रेकरों को बहुत कुछ सीखने मिला होगा । जीवन के कुछ अनुभव कडुवाहट दे जाते है , मगर उनकी वजह से आगे के जीवन के पलों को जीना नही छोड़ना चाहिए । मुकेश पाण्डेय चन्दनhttps://www.blogger.com/profile/06937888600381093736noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-40894055434594016152016-09-21T13:28:09.568+05:302016-09-21T13:28:09.568+05:30मैं तो यह पहले से ही मान रही थी कि नीरज अपने वश कि...मैं तो यह पहले से ही मान रही थी कि नीरज अपने वश किसी को मुसीबत में डाल ही नहीं सकते .राहुल के साथ जो हुआ वह बेहद दुखद है पर ऐसे साहसिक अभियान में तो किसी के साथ भी ऐसा हो सकता था अगर जरा भी चूक हो . इसे दुर्योग कहें ,होनी कहें या राहुल की थोड़ी सी लापरवाही , बहुत बुरा हुआ . नीरज आप खुद को सम्हालें और अपना ध्यान रखें . गिरिजा कुलश्रेष्ठhttps://www.blogger.com/profile/07420982390025037638noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-91816396352272867162016-09-21T13:25:58.436+05:302016-09-21T13:25:58.436+05:30नीरज जी आप सभी यात्री , घुमक्कड़ हैं जबकि राहुल एक ...नीरज जी आप सभी यात्री , घुमक्कड़ हैं जबकि राहुल एक धार्मिक तीर्थयात्रा कर रहा था। वह भक्ति भाव से औत-प्रोत व्यक्ति था। यह जनून कैसे उसको अधूरी यात्रा से वापस लौटने देता। राहुल एक गुमनाम मुसाफिर अपने को मानता था., मेरे विचार से उसके प्रभु ने उसे अपने स्थान पर रोक लिया। आप उसको वहां तक लेजाने का साधन बने। http://gumnaammusafir1.blogspot.in/ इस ब्लॉग को पढ़ें एक भक्तिमय जीवन दिखेगा। sarvesh n. vashisthahttps://www.blogger.com/profile/16686037734572024428noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-80361632790126872152016-09-21T13:08:49.884+05:302016-09-21T13:08:49.884+05:30दूसरी बात यह है की इस विवरण से आप कहीं से भी दोषी ...दूसरी बात यह है की इस विवरण से आप कहीं से भी दोषी नहीं लग रहें है। यह केवल आपसी गलतफहमी (अर्थात आप का यह सोचना कि राहुल वापस चले जाएंगे और राहुल का यह सोचना कि वे भी आप के पीछे पीछे पहुँच जाएंगे ) या मिसकम्यूनिकेशन का घटना लगता है। वैसे भी जो आप को नजदीक से जानने वाले जो लोग हैं वे जानते है कि आप सपने में भी किसी का जानबूझ कर न तो बुरा करेंगे और न ही किसी का बुरा सोचेंगे। फिर भी इस घटना से सबको दुख तो है ही। राहुल कि तरह उनके परिवार भी आप के साथ सज्जनता से पेश आए यह एक बहुत बड़ी बात है । VIMLESH CHANDRA - RAILWAY WRITERhttps://www.blogger.com/profile/05169901862711497657noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-24968719354206221302016-09-21T12:58:38.543+05:302016-09-21T12:58:38.543+05:30Go ahedGo ahedअन्तर सोहिलhttps://www.blogger.com/profile/06744973625395179353noreply@blogger.com