tag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post4492042675362878600..comments2024-03-11T15:32:30.331+05:30Comments on मुसाफिर हूँ यारों: गुजरात मीटरगेज ट्रेन यात्रा: बोटाद से गांधीग्रामनीरज मुसाफ़िरhttp://www.blogger.com/profile/10478684386833631758noreply@blogger.comBlogger13125tag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-32909861547867418222017-05-02T22:39:35.030+05:302017-05-02T22:39:35.030+05:30जिस तरह शताब्दी और राजधानी एक्सप्रेस चलती हैं.... ...जिस तरह शताब्दी और राजधानी एक्सप्रेस चलती हैं.... उसी तरह विवेक एक्सप्रेस की भी चेन है... ये ट्रेनें स्वामी विवेकानंद की 150वीं जयंती पर आरंभ की गयी थीं...नीरज मुसाफ़िरhttps://www.blogger.com/profile/10478684386833631758noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-33149737041371083382017-04-30T18:45:13.381+05:302017-04-30T18:45:13.381+05:30ये विवेक एक्सप्रेस का बड़ा लोचा है यार, एक ही नाम ...ये विवेक एक्सप्रेस का बड़ा लोचा है यार, एक ही नाम की चार जोड़ी ट्रेनें चलाने का क्या औचित्य है।अजीत रायhttps://www.blogger.com/profile/04378343612900974931noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-68965846748653085052017-04-29T20:39:58.948+05:302017-04-29T20:39:58.948+05:30धन्यवाद चिन्मय जी... लेकिन मैं रेलवे वाला नहीं हूँ...धन्यवाद चिन्मय जी... लेकिन मैं रेलवे वाला नहीं हूँ... मैं दिल्ली मेट्रो में कार्यरत हूँ... दोनों अलग-अलग विभाग हैं... और सभी रेल यात्राएँ अपने खर्चे से करता हूँ... हाँ, कभी मौका मिलेगा तो DLW और CLW में अवश्य भ्रमण करूँगा...नीरज मुसाफ़िरhttps://www.blogger.com/profile/10478684386833631758noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-37346459988406245962017-04-29T16:56:39.749+05:302017-04-29T16:56:39.749+05:30Shandar lekh. Shandar lekh. Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/00410302013239939572noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-20135997158717251922017-04-28T21:46:57.471+05:302017-04-28T21:46:57.471+05:30नीरज जी आप तो रेलवे वाले हो कृपया एक यात्रा स्न्स...नीरज जी आप तो रेलवे वाले हो कृपया एक यात्रा स्न्समरण डिजल लोकोमोटिव वर्क्स वाराणसी और कोलकाता के चितरंजन लोकोमोटिव वर्क्स का भी लिखिए , सभी को पसंद आएगा यहChinmayhttps://www.blogger.com/profile/07681028708156377016noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-15421030665443517722017-04-28T21:44:24.087+05:302017-04-28T21:44:24.087+05:30यह डबल स्टॅक कंटैनेर वाली ट्रेन का इंजिन EMD का WD...यह डबल स्टॅक कंटैनेर वाली ट्रेन का इंजिन EMD का WDG 5 लग रहा है , आजकल ALCO के इंजिन दिखना दुर्लभ हो गए हैंChinmayhttps://www.blogger.com/profile/07681028708156377016noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-71792992954915305742017-04-28T17:52:30.570+05:302017-04-28T17:52:30.570+05:30धन्यवाद प्रदीप भाई... इसी तरह उत्साह बढ़ाते रहिये.....धन्यवाद प्रदीप भाई... इसी तरह उत्साह बढ़ाते रहिये...नीरज मुसाफ़िरhttps://www.blogger.com/profile/10478684386833631758noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-28089627712564281482017-04-28T17:51:39.796+05:302017-04-28T17:51:39.796+05:30आपका बहुत बहुत धन्यवाद विकास जी...आपका बहुत बहुत धन्यवाद विकास जी...नीरज मुसाफ़िरhttps://www.blogger.com/profile/10478684386833631758noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-54567955432960212592017-04-28T17:50:34.065+05:302017-04-28T17:50:34.065+05:30मेरे लिये भी आपसे मिलना बहुत अच्छा रहा... आपका बहु...मेरे लिये भी आपसे मिलना बहुत अच्छा रहा... आपका बहुत बहुत धन्यवाद सर...नीरज मुसाफ़िरhttps://www.blogger.com/profile/10478684386833631758noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-22307264363363561372017-04-27T15:01:26.804+05:302017-04-27T15:01:26.804+05:30बहुत बढ़िया लेख नीरज भाई, लेख के माध्यम से आपने ट्...बहुत बढ़िया लेख नीरज भाई, लेख के माध्यम से आपने ट्रेन में बैठे फेरी वालों का सजीव सा चित्रण किया है वाकई पढ़कर मज़ा आ गया ! एक और बात जो मजेदार लगी वो ये थी "अचानक सब समझ में आने लगा। मैं हैरान कि यह क्या हो गया। क्या मुझे गुजराती आ गयी?" ! Pradeep Chauhanhttps://www.blogger.com/profile/02149850683078003565noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-75088115524319817742017-04-27T13:57:01.779+05:302017-04-27T13:57:01.779+05:30मज़ा आ गया। अनजाने लोगों से बातचीत करने में मेरा भी...मज़ा आ गया। अनजाने लोगों से बातचीत करने में मेरा भी हाथ थोड़ा तंग है। मेरे कुछ मित्र इस काम को आसानी से कर लेते हैं। बाकी मुझे भी सुनना अच्छा लगता है। और अगर किसी में विषय में पता न हो या कंफ्यूजन हो तो गलत सलाह की जगह माफ़ी मांग लेने में ही भलाई होती है। आपने तो पता होते हुए भी नहीं बताया लेकिन आपका तर्क भी सही था। वृत्तांत पढ़कर मज़ा आया। छिपकली के विषय में तो हम बचपन से सुनते आये थे कि खतरे में वो अपनी पूँछ ही छोड़कर भाग लेती है, ये खटखट वाली बात पहले पता चली। अब कोई खटखट होगी तो पता रहेगा क्या हो रहा है। हा हा विकास नैनवाल 'अंजान'https://www.blogger.com/profile/09261581004081485805noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-45053684003962263742017-04-27T08:43:47.300+05:302017-04-27T08:43:47.300+05:30जहां तक इस पोस्ट की बात है। बहुत गहराई और बारीकी स...जहां तक इस पोस्ट की बात है। बहुत गहराई और बारीकी से ये जानकारी दिये है जिसके बारे में शायद ही किसी को पता हो। सब कुछ एक टेली फिल्म की तरह लगा जो मन की गहराई में अपना छाप छोड़ गया। स्टेशन और ट्रेन फोटो, सहयात्री, थोड़ी सी सामाजिक चर्चा , भौगोलिक जानकारी सब कुछ जोरदार और रोचक लगा। VIMLESH CHANDRA - RAILWAY WRITERhttps://www.blogger.com/profile/05169901862711497657noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-52755999364536691662017-04-27T08:37:16.653+05:302017-04-27T08:37:16.653+05:30नीरज जी आप हमारे यहाँ आए यह मेरा बहुत बड़ा सौभाग्य ...नीरज जी आप हमारे यहाँ आए यह मेरा बहुत बड़ा सौभाग्य था। आप से मिलने के पहले आप से जुड़ी बहुत सारी कल्पनाएं बनती बिगड़ती रहीं। फिलहाल मुलाक़ात हुई। बहुत अच्छा लगा। सोंच; विचार और रुचि एक जैसे हों तो घनिष्टा बढ़नी ही थी। ज्यादा तो क्या कहूँ;जो थोड़ा बहुत कहना था। वह 20 मार्च के आप के पोस्ट के कमेन्ट में विस्तार से लिख चुका हूँ। कुल मिला कर आप के साथ विताए गए बारह चौदह घंटे समय बहुत खूब सूरत और गौरव भरे पल रहे। VIMLESH CHANDRA - RAILWAY WRITERhttps://www.blogger.com/profile/05169901862711497657noreply@blogger.com