tag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post4230002663778675656..comments2024-03-11T15:32:30.331+05:30Comments on मुसाफिर हूँ यारों: शकुंतला रेलवे: मुर्तिजापुर से अचलपुरनीरज मुसाफ़िरhttp://www.blogger.com/profile/10478684386833631758noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-82255144865746175192019-02-22T02:06:41.597+05:302019-02-22T02:06:41.597+05:30इसे ठीक कर दिया है... आपका बहुत-बहुत धन्यवाद...
इसे ठीक कर दिया है... आपका बहुत-बहुत धन्यवाद...<br />नीरज मुसाफ़िरhttps://www.blogger.com/profile/10478684386833631758noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-68679807154941789332019-02-21T16:09:08.537+05:302019-02-21T16:09:08.537+05:30नीरज भाई सूरत से भुसावल पैसेंजर यात्रा का जो लिंक ...नीरज भाई सूरत से भुसावल पैसेंजर यात्रा का जो लिंक आपने दिया है जिसपर क्लिक करने पर मूर्तिजापुर अचलपुर वाला ही पेज खुलकर आ रहा है।Sudhir Upadhyayhttps://www.blogger.com/profile/15069217483517314433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-716029260867697002017-12-30T11:49:01.598+05:302017-12-30T11:49:01.598+05:30Very good sirVery good sirajay kumar yadavhttps://www.blogger.com/profile/11841516994732069170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-55345885576187265052017-12-23T22:20:08.220+05:302017-12-23T22:20:08.220+05:30बहुत रोचक और जानकारी से भरी हुई पोस्ट। अभी तक लोगो...बहुत रोचक और जानकारी से भरी हुई पोस्ट। अभी तक लोगों को यह समझ में नहीं आता था कि भारत की यह एक मात्र रेलवे अभी तक विदेशी रेल कंपनी के अधीन कैसे रह गया? कोई सही कारण नहीं बता पाता था । अब सब कुछ क्लियर हो गया। फोटो इत्यादि तो खूबसूरत तो हैं ही। VIMLESH CHANDRA - RAILWAY WRITERhttps://www.blogger.com/profile/05169901862711497657noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-69001544314906923102017-12-18T21:44:42.147+05:302017-12-18T21:44:42.147+05:30ऐसे routes और उनके चित्र अजीब सा एहसास करते है बहु...ऐसे routes और उनके चित्र अजीब सा एहसास करते है बहुत अच्छा लगता है ये सब जानकर vaibhav tiwarihttps://www.blogger.com/profile/04779992628260752758noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-77227400783001783782017-12-18T20:41:50.122+05:302017-12-18T20:41:50.122+05:30मैंने कुछ साल पहले नाशिक की तरफ ही भरपेट अंगूर खाय...मैंने कुछ साल पहले नाशिक की तरफ ही भरपेट अंगूर खाये थे। द्राक्षा बोलते हैं अंगूरों को यहाँ।<br />-------------------------------------<br />आपके लिखावट में 'द्राक्षा' जैसा मराठी वर्ड आया.... हाला कि उसे 'द्राक्षे' कहते है क्यों कि वह समुच्च्यय / एक साथ होते है .........विजयकुमार भवारी https://www.blogger.com/profile/14935851368745967586noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-49846310473012436322017-12-18T10:37:15.153+05:302017-12-18T10:37:15.153+05:30नीरज भाई, बढ़िया लगा इस ट्रेन यात्रा के बारे में जा...नीरज भाई, बढ़िया लगा इस ट्रेन यात्रा के बारे में जानकर, फोटो हमेशा की तरह शानदार आए है, एक बात जानना चाह रहा था ऐसे रूट की जानकारी कहाँ से खोज कर निकालते हो ?<br />Pradeep Chauhanhttps://www.blogger.com/profile/02149850683078003565noreply@blogger.com