tag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post2071443861958483645..comments2024-03-11T15:32:30.331+05:30Comments on मुसाफिर हूँ यारों: बरोट यात्रानीरज मुसाफ़िरhttp://www.blogger.com/profile/10478684386833631758noreply@blogger.comBlogger15125tag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-30814453073976461592014-01-08T15:28:55.414+05:302014-01-08T15:28:55.414+05:30कच्चे अंडो में न जाने कितने कीटाणु होते है -- उन्ह...कच्चे अंडो में न जाने कितने कीटाणु होते है -- उन्हें पकाकर ही खाया जाना चाहिए ---वैसे में खुद कच्चे अंडे के पीले भाग को गरम दूध के साथ पीती हूँ जब मुझे तेज जुकाम होता है --रात को पीती हूँ सुबह जुकाम गायब ! बरोट बहुत ही सुंदर जगह है और रेल्वे लाईन देखकर तो पसीना आ गया --कहीं पूरी ट्रेन गिर गई तो ? आखरी फोटू बहुत सुंदर है प्रोफइल फोटू बना दो --मस्त है । . <br />दर्शन कौर धनोयhttps://www.blogger.com/profile/06042751859429906396noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-38994420980377410832013-06-11T20:38:47.943+05:302013-06-11T20:38:47.943+05:30स्वामी जी ओमानन्द सरस्वती की लिखी पुस्तक "मां...स्वामी जी ओमानन्द सरस्वती की लिखी पुस्तक "मांस मनुष्य का भोजन नहीं " में शाकाहारी जाटों के बारे में बहुत कुछ लिखा है । पूरी पुस्तक http://www.jatland.com/home/Human_Beings_are_Vegetarians पर उपलब्ध है । पुस्तक के कुछ अंश : <br /><br />निरामिषभोजी सिंह और सिंहनी<br />सन् १९३७ ई० के लगभग की घटना है कि एक साधु ने किसी शेर के बच्चे को पकड़कर उसका दूध आदि के द्वारा पालन-पोषण किया । वह बड़ा होने पर भी केवल दूध आदि का ही भोजन करता रहा । वह सिंह उस साधु के साथ सभी नगरों में खुला घूमता था । उसने कभी किसी जीव जन्तु को हानि नहीं पहुंचाई । वह साधु उस सिंह को साथ लिये हुये दिल्ली में भी आया था । पालतू कुत्ते के समान वह शेर उस साधु के पीछे घूमता था । अनेक वर्षों तक यह प्रदर्शन उस साधु ने भारत के अनेक बड़े बड़े नगरों में घूमकर दिया और सिद्ध कर दिया कि मांसाहारी हिंसक शेर भी दुग्धाहारी और अहिंसक बन सकता है । <br />इसी प्रकार महर्षि रमण ने भी एक सिंह को अहिंसक और अपना भक्त बना लिया था । वे योगी थे, शुद्ध सात्त्विक भोजन (आहार) करते थे । उनका भोजन रोटी, फल, शाक, सब्जी, दूध इत्यादि था । वे मांस, मछली, अण्डे आदि के भक्षण के सर्वथा विरोधी थे । शुद्ध सात्त्विक आहार पर बड़ा बल देते थे । उनका मत था कि स्वस्थ और समृद्ध शरीर में ही स्वस्थ मन तथा दृढ़ आत्मा का निवास होता है । वे कहा करते थे - Vegetables are the best food which contain all that is necessary for maintaining the body. <br />शाकाहारी भोजन में वे सब शक्तियां विद्यमान हैं जो शरीर को पुष्ट और शक्तिशाली बनाने के लिये आवश्यक हैं । महर्षि रमण अपने देशी, विदेशी सभी शिष्यों को सात्त्विक निरामिष भोजन का आदेश देते थे तथा वैसा ही अभ्यास कराते थे । उन्होंने अपने शिष्य Mr. Evans Wentz आदि सब को निरामिषभोजी बना दिया था । <br /><br />अहिंसक सिंह <br />महर्षि रमण का आश्रम जंगल में था, जहां शेर, चीते तथा हिंसक पशु रहते थे । एक दिन महर्षि जी भ्रमणार्थ गये तो उन्हें किसी दुःखी सिंह के करहाने की आवाज सुनाई दी । वे धीरे-धीरे उस ओर चले तो क्या देखते हैं कि एक सिंह के पैर में आर-पार एक कांटा निकल गया है । शेर का पैर पक गया था और उस पर पर्याप्त सूजन आ गया था । वह कई दिन से भूखा-प्यासा, चलने में असमर्थ तथा पीड़ा से व्याकुल, विवश पड़ा हुआ था । महषि जी धीरे से उसके निकट गये । शनैः-शनैः उसके कांटे को निकाला, जख्म को साफ करके जड़ी बूटियों का रस उसमें डाला और पट्टी बांध दी । इस प्रकार पांच दिन मरहम पट्टी करने से वह सिंह स्वस्थ हो गया और महर्षि के आश्रम तक चलकर उनके पीछे आया और उनके पैर चाटकर चला आया । वह शेर इसी प्रकार सप्ताह दस दिन में आता था और महर्षि के पैर चाटकर चला जाता था । वह किसी आश्रमवासी को कुछ नहीं कहता था । <br />योगदर्शन के सूत्र अहिंसाप्रतिष्ठायां तत्सन्निधौ वैरत्यागः के अनुसार योगी के अहिंसा में प्रतिष्ठित होने पर शेर आदि हिंसक पशु भी योगी के प्रभाव से हिंसा छोड़ देते हैं । यही अवस्था महर्षि रमण के संसर्ग में इस शेर की हुई । <br />Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-2217291728216901802013-05-03T12:04:12.008+05:302013-05-03T12:04:12.008+05:30You have been tagged here: http://www.tarungoel.in...You have been tagged here: http://www.tarungoel.in/2013/05/02/bajaj-scooter-hid-4501-the-king-of-old-times/TGhttp://www.tarungoel.innoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-36309985040712161252013-05-02T00:01:17.994+05:302013-05-02T00:01:17.994+05:30khoobsurat~~khoobsurat~~Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-60931525897775399662013-05-01T17:23:31.619+05:302013-05-01T17:23:31.619+05:30Doosri nadi ka naam hai 'lama dugh'Doosri nadi ka naam hai 'lama dugh'TGhttp://www.tarungoel.innoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-4566186222660849222013-04-30T11:15:55.979+05:302013-04-30T11:15:55.979+05:30नीरज जी, वाह क्या खूबसूरत घाटी हैं. रेलवे लाइन तो ...नीरज जी, वाह क्या खूबसूरत घाटी हैं. रेलवे लाइन तो वाकई चमत्कार हैं. और आगे इसे सरकार सरंक्षित भी नहीं रख सकी. यदि रेल लाइन संभव ना हो तो कम से कम रोप वे ही बनवा दे. और तो और विकास की बदहाली तो इस पुल के रूप में दिख रही हैं. सरकार पर सरकारे बदलती रहती हैं. अफसर आते जाते रहते हैं. इनकी जेबे भरती रहती हैं. पर देश के विकास की और पर्यटन की किसी को चिंता नहीं हैं. वन्देमातरम..प्रवीण गुप्ता - PRAVEEN GUPTAhttps://www.blogger.com/profile/02103326902710548202noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-5826272753983337592013-04-30T11:13:26.252+05:302013-04-30T11:13:26.252+05:30शेखर साहब , अपना जाट राम वैसे ही वर्ल्ड फेमस है !...शेखर साहब , अपना जाट राम वैसे ही वर्ल्ड फेमस है ! सिर्फ हौसला बढाइये !!<br />aman mallickhttps://www.blogger.com/profile/04380257873394020046noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-29784434721601966122013-04-30T11:09:01.743+05:302013-04-30T11:09:01.743+05:30बहुत खूबसूरत लग रही है जगह .....
एक अनुरोध है ,हिन...बहुत खूबसूरत लग रही है जगह .....<br />एक अनुरोध है ,हिन्दी में ही लिखते रहिये , इस भाषा में भी अच्छा पढने वाले हैं :)निवेदिता श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/17624652603897289696noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-50391346251867986192013-04-30T11:08:02.253+05:302013-04-30T11:08:02.253+05:30yah kese ho sakta he. aashcharyyah kese ho sakta he. aashcharyvinay dharadhttps://www.blogger.com/profile/01366094806100131535noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-41660178698675317082013-04-30T09:53:00.857+05:302013-04-30T09:53:00.857+05:30sahi kaha shekhar bhaisahi kaha shekhar bhaiकुशhttps://www.blogger.com/profile/04654390193678034280noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-75822967536406969102013-04-30T09:49:58.917+05:302013-04-30T09:49:58.917+05:30कभी कभी सोचता हूँ अगर ये ब्लॉग अंग्रेजी में होता त...कभी कभी सोचता हूँ अगर ये ब्लॉग अंग्रेजी में होता तो दुनिया के नामी-गिरामी ब्लोग्स में एक होता....Shekhar Sumanhttps://www.blogger.com/profile/02651758973102120332noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-88752354610342643462013-04-30T09:47:04.345+05:302013-04-30T09:47:04.345+05:30Table bahut achhi hai.Table bahut achhi hai.TEJPALhttps://www.blogger.com/profile/03722334129479503005noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-73145025794552914112013-04-30T09:35:25.424+05:302013-04-30T09:35:25.424+05:30नीरजभाई जबरदस्त जगह है, में तो रेलगाड़ी देखके हैरान...नीरजभाई जबरदस्त जगह है, में तो रेलगाड़ी देखके हैरान रह गया, amitgodahttps://www.blogger.com/profile/02786421830467128425noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-14847695688784627282013-04-29T20:17:18.345+05:302013-04-29T20:17:18.345+05:30dilkhush ho gaya, neeraj bhaidilkhush ho gaya, neeraj bhaiamanvaishnavihttps://www.blogger.com/profile/04526620740401350882noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-77143150405937389082013-04-29T15:17:04.272+05:302013-04-29T15:17:04.272+05:30रेलगाड़ी की इतनी सीधी चढ़ाई तो कहीं नहीं देखी..रेलगाड़ी की इतनी सीधी चढ़ाई तो कहीं नहीं देखी..प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.com