फॉसिल पार्क, कच्छ
इस यात्रा वृत्तान्त को आरम्भ से पढने के लिये यहां क्लिक करें । 17 जनवरी 2015 अब हमारा लक्ष्य था लखपत। खावडा से लखपत जाने के लिये भुज जाने की...
नीरज मुसाफिर का यात्रा ब्लॉग
इस यात्रा वृत्तान्त को आरम्भ से पढने के लिये यहां क्लिक करें । 17 जनवरी 2015 अब हमारा लक्ष्य था लखपत। खावडा से लखपत जाने के लिये भुज जाने की...
इस यात्रा वृत्तान्त को आरम्भ से पढने के लिये यहां क्लिक करें । इण्डियाब्रिज काला डोंगर से लगभग 20 किलोमीटर दूर है। उनकी बुलेट में पेट्रोल कम...
इस यात्रा वृत्तान्त को आरम्भ से पढने के लिये यहां क्लिक करें । 16 जनवरी 2015 खावडा से काला डूंगर की दूरी करीब बीस किलोमीटर है। आठ किलोमीटर आ...
इस यात्रा-वृत्तान्त को आरम्भ से पढने के लिये यहां क्लिक करें । 16 जनवरी 2015 बारह बज चुके थे और मैं भुज में था। अभी तक कुछ खाया भी नहीं था। ...
इस यात्रा-वृत्तान्त को आरम्भ से पढने के लिये यहां क्लिक करें । 16 जनवरी 2015 कल जब सोया था तो योजना थी कि आज पहले माण्डवी जाऊंगा और वहां से ...
बडी बेइज्जती हो रही है फोटोग्राफी चर्चा करने में। कारण यही है कि मैं भद्दे तरीके से चर्चा करता हूं। बात तो ठीक है लेकिन करूं भी क्या? हमेशा ...
इस यात्रा वृत्तान्त को आरम्भ से पढने के लिये यहां क्लिक करें । 15 जनवरी 2015 सुबह आठ बजे उठा। रात अच्छी नींद आई थी, इसलिये कल की सारी थकान स...
इस यात्रा वृत्तान्त को आरम्भ से पढने के लिये यहां क्लिक करें । 13 जनवरी 2015 सुबह आठ बजे विधान के यहां से निकल पडा। उदयपुर यहां से चार साढे ...
कच्छ नहीं देखा तो कुछ नहीं देखा- यह तुकबन्दी मुझे बडा परेशान कर रही थी कई दिनों से। पिछले साल एक बार साइकिल से जाने की भी योजना बनाई थी लेकि...
इस यात्रा-वृत्तान्त को आरम्भ से पढने के लिये यहां क्लिक करें । 27 नवम्बर 2014 छह बजे तक चकराता से निकल लेना था लेकिन चारों सोते रह गये और स...
ध्यान दें: डायरी के पन्ने यात्रा-वृत्तान्त नहीं हैं। 1. फिल्म ‘पीके’ देखी। फिल्म तो अच्छी है, अच्छा सन्देश देती है लेकिन कुछ चीजें हैं जो ...