2014 की घुमक्कडी का लेखा-जोखा
यात्राओं के लिहाज से यह साल बिल्कुल भी शानदार नहीं रहा। एक के बाद एक बिगडते समीकरण, यात्राओं को बीच में छोडना; मतलब जो नहीं होना चाहिये था, ...
नीरज मुसाफिर का यात्रा ब्लॉग
यात्राओं के लिहाज से यह साल बिल्कुल भी शानदार नहीं रहा। एक के बाद एक बिगडते समीकरण, यात्राओं को बीच में छोडना; मतलब जो नहीं होना चाहिये था, ...
इस यात्रा-वृत्तान्त को आरम्भ से पढने के लिये यहां क्लिक करें । आपको याद होगा कि हम अनमो पहुंच गये थे। पदुम-दारचा ट्रेक आजकल अनमो से शुरू होत...
इस यात्रा-वृत्तान्त को आरम्भ से पढने के लिये यहां क्लिक करें । अगले दिन सुबह साढे तीन बजे ही ड्राइवर ने आवाज लगा दी। कसम से इस समय उठने का ब...
इस यात्रा-वृत्तान्त को आरम्भ से पढने के लिये यहां क्लिक करें । कल ही पता चल गया था कि पदुम तक कोई बस नहीं जाती बल्कि सुबह सुबह सूमो चलती हैं...
तैयारी अगस्त में भारत में मानसून पूरे जोरों पर होता है। हिमालय में तो यह काल बनकर बरसता है। मानसून में घुमक्कडी के लिये सर्वोत्तम स्थान दक्ष...
नोट: डायरी के पन्ने यात्रा-वृत्तान्त नहीं हैं। 1. आज की चर्चा आरम्भ करते हैं गूगल मैप मेकर से। पिछली बार आपको बताया था कि गूगल मैप को को...
हमारे यहां एक त्यागी जी हैं। वैसे तो बडे बुद्धिमान, ज्ञानी हैं; उम्र भी काफी है लेकिन सब दिखावटी। एक दिन ओशो की चर्चा चल पडी। बाकी कोई बोले ...
इस यात्रा-वृत्तान्त को आरम्भ से पढने के लिये यहां क्लिक करें । जगदलपुर से रायपुर की बसों की कोई कमी नहीं है। हालांकि छत्तीसगढ में राज्य परिव...
इस यात्रा-वृत्तान्त को आरम्भ से पढने के लिये यहां क्लिक करें । बारह बजे के आसपास जगदलपुर से तीरथगढ के लिये चल पडे। इस बार हम चार थे। मेरे और...
इस यात्रा-वृत्तान्त को आरम्भ से पढने के लिये यहां क्लिक करें । अब बारी थी बारसूर के बाद पहले दन्तेवाडा जाने की और फिर किरन्दुल जाने की। बारस...
इस यात्रा-वृत्तान्त को आरम्भ से पढने के लिये यहां क्लिक करें । चित्रकोट से बारसूर की सीधी दूरी 45 किलोमीटर है। वास्तव में इस रास्ते से हम शं...
इस यात्रा-वृत्तान्त को आरम्भ से पढने के लिये यहां क्लिक करें । चित्रधारा से निकले तो सीधे चित्रकोट जाकर ही रुके। जगदलपुर से ही हम इन्द्रावती...
ध्यान दें: डायरी के पन्ने यात्रा-वृत्तान्त नहीं हैं। इनसे आपकी धार्मिक और सामाजिक भावनाएं आहत हो सकती हैं। कृपया अपने विवेक से पढें। 1. आज...
इस यात्रा-वृत्तान्त को आरम्भ से पढने के लिये यहां क्लिक करें । 19 जुलाई 2014 आज हमें चित्रकोट जलप्रपात देखने जाना था। सुनील जी के बडे भाई यह...
इस यात्रा वृत्तान्त को आरम्भ से पढने के लिये यहां क्लिक करें । आज तो हमें जी भरकर सोना था। ग्यारह बजे ट्रेन थी, कोई चिन्ता नहीं थी। बाहर बार...
इस यात्रा वृत्तान्त को आरम्भ से पढने के लिये यहां क्लिक करें । बोरा गुफाएं देखकर जब हम अरकू पहुंचे तो शाम हो चुकी थी, धीरे धीरे अन्धेरा होने...
इस यात्रा वृत्तान्त को आरम्भ से पढने के लिये यहां क्लिक करें । बोरा गुफाओं से करीब चार किलोमीटर दूर कतिकी जलप्रपात है। वहां जाने वाला रास्ता...
इस यात्रा वृत्तान्त को आरम्भ से पढने के लिये यहां क्लिक करें । 17 जुलाई 2014 की दोपहर बारह बजे तक हम अरकू पहुंच गये थे। अब हमें सबसे पहले बो...
ध्यान दें: डायरी के पन्ने यात्रा-वृत्तान्त नहीं हैं। इनसे आपकी धार्मिक और सामाजिक भावनाएं आहत हो सकती हैं। कृपया अपने विवेक से पढें। 1. दो...
इस यात्रा वृत्तान्त को आरम्भ से पढने के लिये यहां क्लिक करें । इतना तो आप जानते ही हैं कि हावडा-चेन्नई के बीच में विशाखापट्टनम स्थित है। विश...
इस यात्रा वृत्तान्त को आरम्भ से पढने के लिये यहां क्लिक करें । मुझे विशाखापटनम में जो सबसे अच्छी जगह लगी, वो थी चिडियाघर। मेरी इच्छा नहीं थी...
इस यात्रा वृत्तान्त को आरम्भ से पढने के लिये यहां क्लिक करें । 16 जुलाई 2014 की सुबह आठ बजे ट्रेन विशाखापट्टनम पहुंची। यहां भी बारिश हो रही ...
14 जुलाई 2014 वैसे तो जब भी मुझे निजामुद्दीन जाना होता है तो मैं अपने यहां से एक घण्टे पहले निकलता हूं। लेकिन आज देर हो गई। फिर भी एक जानकार...
4 अगस्त 2014 जैसा कि आप जानते हैं कि मुझे नई नई लाइनों पर पैसेंजर ट्रेनों में घूमने का शौक है। और अब तो एक लक्ष्य और बना लिया है भारत भर के ...
इस यात्रा वृत्तान्त को आरम्भ से पढने के लिये यहां क्लिक करें । 4 सितम्बर 2014 की सुबह सुबह उजाला होने से पहले मैंने पटना स्टेशन पर कदम रखा। ...
ध्यान दें: डायरी के पन्ने यात्रा-वृत्तान्त नहीं हैं। इनसे आपकी धार्मिक और सामाजिक भावनाएं आहत हो सकती हैं। कृपया अपने विवेक से पढें। 1. दो...
इस यात्रा वृत्तान्त को आरम्भ से पढने के लिये यहां क्लिक करें । यह गोमो से आसनसोल जाने वाली एक मेमू ट्रेन थी जो आसनसोल में पांच मिनट रुककर बर...
दिल्ली से मुगलसराय 1 सितम्बर 2014, सोमवार सितम्बर की पहली तारीख को मेरी नंदन कानन एक्सप्रेस छूट गई। सुबह साढे छह बजे नई दिल्ली से ट्रेन थी औ...
इस यात्रा वृत्तान्त को आरम्भ से पढने के लिये यहां क्लिक करें । मलाणा समुद्र तल से 2685 मीटर की ऊंचाई पर बसा एक काफी बडा गांव है। यहां आने से...
इस यात्रा वृत्तान्त को आरम्भ से पढने के लिये यहां क्लिक करें । अगले दिन यानी 19 जून को सुबह आठ बजे चल पडे। आज जहां हम रुके थे, यहां हमें कल ...
इस यात्रा वृत्तान्त को आरम्भ से पढने के लिये यहां क्लिक करें । अगले दिन यानी 18 जून को सात बजे आंख खुली। रात बारिश हुई थी। मेरे टैंट में सुर...
ध्यान दें: डायरी के पन्ने यात्रा-वृत्तान्त नहीं हैं। इनसे आपकी धार्मिक और सामाजिक भावनाएं आहत हो सकती हैं। कृपया अपने विवेक से पढें। 1. 27...
इस यात्रा वृत्तान्त को आरम्भ से पढने के लिये यहां क्लिक करें । अच्छी खासी चढाई थी। जितना आसान मैंने सोच रखा था, यह उतनी आसान थी नहीं। फिर थो...
इस यात्रा वृत्तान्त को आरम्भ से पढने के लिये यहां क्लिक करें । अशोक व मधुर को शक था कि हम ठीक रास्ते पर जा रहे हैं। या फिर सर्वसुलभ जिज्ञा...
इस यात्रा वृत्तान्त को आरम्भ से पढने के लिये यहां क्लिक करें । नग्गर का जिक्र हो और रोरिक आर्ट गैलरी का जिक्र न हो, असम्भव है। असल में रोरिक...
इस यात्रा पर चलने से पहले इसका परिचय दे दूं। यह दर्रा हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में है। जैसा कि हर दर्रे के साथ होता है कि ये किन्हीं दो ...
बरसात में जब बिजली चमकती है तो सेकंड के सौवें हिस्से में सबकुछ हो जाता है। पता नहीं लोगबाग इतनी फुर्ती से इनके फोटो कैसे खींच लेते हैं? मैंन...
चूडधार की यात्रा कथा तो पढ ही ली होगी। ट्रेकिंग पर जाते हुए मैं जीपीएस से कुछ डाटा अपने पास नोट करता हुआ चलता हूं। यह अक्षांस, देशान्तर व ऊ...
इस यात्रा वृत्तान्त को आरम्भ से पढने के लिये यहां क्लिक करें । चला था मिलन ग्लेशियर के लिये, पहुंच गया चूडधार और उसके बाद कमरुनाग। अभी भी मे...
इस यात्रा वृत्तान्त को शुरू से पढने के लिये यहां क्लिक करें । 13 मई 2014, मंगलवार आज हमें कमरुनाग से शिकारी देवी जाना था जिसकी दूरी स्थानीय ...
इस यात्रा वृत्तान्त को आरम्भ से पढने के लिये यहां क्लिक करें । 12 मई 2014, सोमवार बताते हैं, पांच हजार साल पहले कोई रतन यक्ष था। उसने भगवान ...
ध्यान दें: डायरी के पन्ने यात्रा-वृत्तान्त नहीं हैं। इनसे आपकी धार्मिक और सामाजिक भावनाएं आहत हो सकती हैं। कृपया अपने विवेक से पढें। 1. 2 ...
इस यात्रा वृत्तान्त को शुरू से पढने के लिये यहां क्लिक करें । 11 मई 2014, रविवार सुन्दरनगर में हमें ज्यादा प्रतीक्षा नहीं करनी पडी। करसोग की...
इस यात्रा वृत्तान्त को आरम्भ से पढने के लिये यहां क्लिक करें । 10 मई 2014, शनिवार पहले कल की बात बताता हूं। कल शाम जब मैं चूडधार से तराहां आ...
इस यात्रा-वृत्तान्त को आरम्भ से पढने के लिये यहां क्लिक करें । 10 मई 2014 हरिपुरधार के बारे में सबसे पहले दैनिक जागरण के यात्रा पृष्ठ पर पढा...
इस यात्रा-वृत्तान्त को आरम्भ से पढने के लिये यहां क्लिक करें । 9 मई 2014, शुक्रवार आज के इस वृत्तान्त का शीर्षक होना चाहिये था- नमाज बख्शवान...
इस यात्रा-वृत्तान्त को शुरू से पढने के लिये यहां क्लिक करें । 9 मई 2014, शुक्रवार आलू के परांठे खाने की इच्छा थी लेकिन इस समय यहां आलू न होन...
ध्यान दें: डायरी के पन्ने यात्रा-वृत्तान्त नहीं हैं। इनसे आपकी धार्मिक और सामाजिक भावनाएं आहत हो सकती हैं। कृपया अपने विवेक से पढें। 1. पि...
इस यात्रा-वृत्तान्त को आरम्भ से पढने के लिये यहां क्लिक करें । 7 मई 2014, बुधवार चण्डीगढ स्टेशन के प्रतीक्षालय में जब नहा रहा था तभी बाडमेर-...
बडे जोर-शोर से तैयारियां हो रही थी मिलम ग्लेशियर जाने की। काफी समय पहले वहां जाने की योजना बन चुकी थी, पर्याप्त होमवर्क भी कर चुका था। इसके ...
अभी पिछले दिनों निरंजन वेलणकर साहब से मेल पर बात हुई- लद्दाख साइकिल यात्रा के बारे में। पेश है वह वार्तालाप ज्यों का त्यों: निरंजन वेलणकर: ...
पिछले दिनों लालकिला जाना हुआ। इसके बारे में इतना कुछ लिखा जा चुका है कि मेरा लिखने का मन नहीं है। कुछ फोटो हैं, जो आपको पसन्द आयेंगे। एक बात...
इस यात्रा-वृत्तान्त को आरम्भ से पढने के लिये यहां क्लिक करें । 20 फरवरी थी और दिन था बृहस्पतिवार। वडोदरा से सुबह सवा सात बजे कोटा पैसेंजर चल...
इस यात्रा वृत्तान्त को आरम्भ से पढने के लिये यहां क्लिक करें । सूरत एक व्यस्त स्टेशन है। सात बजे जब मैं होटल से निकलकर स्टेशन पहुंचा, तब भी ...
मिज़ोरम यात्रा के दौरान जब मैं और सचिन अलग अलग हुए तो अपना टैंट मैंने सचिन को दे दिया था ताकि जरुरत पडने पर काम आ सके। सचिन ने मुम्बई से आइज...
इस यात्रा-वृत्तान्त को आरम्भ से पढने के लिये यहां क्लिक करें । अगले दिन सुबह साढे पांच बजे ही गुवाहाटी स्टेशन पहुंच गया। यहां से छह बजे लामड...
मित्रों के आग्रह पर डायरी के पन्नों का प्रकाशन पुनः आरम्भ किया जा रहा है। ध्यान दें : डायरी के पन्ने यात्रा-वृत्तान्त नहीं हैं। ये आपकी धार्...
इस यात्रा वृत्तान्त को शुरू से पढने के लिये यहां क्लिक करें । 29 जनवरी 2014 मिज़ोरम साइकिल यात्रा का सत्यानाश हो चुका था। अब दिल्ली वापस लौटन...
इस यात्रा वृत्तान्त को शुरू से पढने के लिये यहां क्लिक करें । 28 जनवरी 2014 सचिन ने आवाज लगाई, तब आंख खुली। रात बेहद शानदार नींद आई थी, इसलि...
इस यात्रा वृत्तान्त को शुरू से पढने के लिये यहां क्लिक करें । 27 जनवरी, 2014 हम तुईवॉल नदी के किनारे बने एक मन्दिर में टैंट लगा कर रात रुके ...
इस यात्रा वृत्तान्त को शुरू से पढने के लिये यहां क्लिक करें । 26 जनवरी 2014 यानी गणतन्त्र दिवस... इसी दिन के मद्देनजर हमने मिज़ोरम यात्रा का ...
इस यात्रा वृत्तान्त को शुरू से पढने के लिये यहां क्लिक करें । 25 जनवरी 2014 की सुबह थी और हम थे मिज़ोरम की राजधानी आइजॉल में। आज हमें साइकिल ...
इस यात्रा वृत्तान्त को शुरू से पढने के लिये यहां क्लिक करें । दिनांक था 24 जनवरी 2014 और मैं था सिल्चर में। सुबह साढे छह बजे ही आंख खुल गई ह...
इस यात्रा वृत्तान्त को शुरू से पढने के लिये यहां क्लिक करें । यह भारत की कुछ बेहद खूबसूरत रेलवे लाइनों में से एक है। आज के समय में यह लाइन अ...
इस यात्रा वृत्तान्त को शुरू से पढने के लिये यहां क्लिक करें । 20 जनवरी 2014 कल सुबह साढे नौ बजे नई दिल्ली से जब मैं डिब्रुगढ राजधानी में बैठ...
पूर्वोत्तर भारत अर्थात? कुछ लोग पूर्वोत्तर भी घूमने जाते हैं। उनके लिये पूर्वोत्तर का अर्थ होता है दार्जीलिंग और सिक्किम। आखिर सिक्किम की गि...
इस यात्रा वृत्तान्त को शुरू से पढने के लिये यहां क्लिक करें । 8 जनवरी 2014 की दोपहर पौने एक बजे ट्रेन बनिहाल पहुंच गई। पौने आठ बजे ऊधमपुर से...
इस यात्रा वृत्तान्त को शुरू से पढने के लिये यहां क्लिक करें । सात जनवरी 2014 की दोपहर बाद तीन बजे थे जब मैं बनिहाल रेलवे स्टेशन जाने वाले मो...
उस दिन मैं सायंकालीन ड्यूटी पर था दोपहर बाद दो बजे से रात दस बजे तक। शाम के छह बजे थे, खान साहब अपने ऑफिस का ताला मारकर जाने की तैयारी में थ...
इस यात्रा वृत्तान्त को शुरू से पढने के लिये यहां क्लिक करें । तीन बजे मैं जैसलमेर पहुंचा। संजय बेसब्री से मेरा इंतजार कर रहा था। वह नटवर का ...
इस यात्रा वृत्तान्त को शुरू से पढने के लिये यहां क्लिक करें । 27 दिसम्बर 2013 सैनिकों की बैरक में भरपेट खा-पीकर दोपहर बाद दो बजे मैं रामगढ क...
इस यात्रा वृत्तान्त को शुरू से पढने के लिये यहां क्लिक करें । लोंगेवाला- एक निर्णायक और ऐतिहासिक युद्ध का गवाह। 1971 की दिसम्बर में जैसलमेर ...
इस यात्रा वृत्तान्त को शुरू से पढने के लिये यहां क्लिक करें । 26 दिसम्बर 2012 की सुबह आराम से सोकर उठे। वैसे तो जल्दी ही उठ जाने की सोच रखी ...
इस यात्रा वृत्तान्त को शुरू से पढने के लिये यहां क्लिक करें । अक्टूबर 1965 में एक युद्ध हुआ था- भारत और पाकिस्तान के मध्य। यह युद्ध देश की प...
इस यात्रा वृत्तान्त को शुरू से पढने के लिये यहां क्लिक करें । 25 दिसम्बर 2013, जब आधी दुनिया क्रिसमस मनाने की खुशी से सराबोर थी, हम पश्चिमी ...
इस यात्रा वृत्तान्त को शुरू से पढने के लिये यहां क्लिक करें । ट्रेन डेढ घण्टे की देरी से जैसलमेर पहुंची। पोखरण तक यह ठीक समय पर चल रही थी ले...
जब लद्दाख गया था ना साइकिल लेकर, तो सोच लिया था कि यह आखिरी साइकिल यात्रा है। इसके बाद कोई साइकिल नहीं चलानी। हालांकि पहले भी ज्यादा साइकिल...
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