लेह में परेड और युद्ध संग्रहालय
इस यात्रा वृत्तान्त को शुरू से पढने के लिये यहां क्लिक करें । आज मुझे खारदुंगला जाना था। कोई और दिन होता तो मैं नौ दस बजे सोकर उठता लेक...
नीरज मुसाफिर का यात्रा ब्लॉग
इस यात्रा वृत्तान्त को शुरू से पढने के लिये यहां क्लिक करें । आज मुझे खारदुंगला जाना था। कोई और दिन होता तो मैं नौ दस बजे सोकर उठता लेक...
इस यात्रा वृत्तान्त को शुरू से पढने के लिये यहां क्लिक करें । 23 जनवरी 2013, मैंने खारदुंगला जाने की इच्छा साथियों से बताई। सुनते ही यु...
इस यात्रा वृत्तान्त को शुरू से पढने के लिये यहां क्लिक करें । 21 जनवरी को पूरे दिन आराम करता रहा। अगले दिन यानी 22 जनवरी को लेह घूमने न...
इस यात्रा वृत्तान्त को शुरू से पढने के लिये यहां क्लिक करें । 20 जनवरी, रविवार। मैं तिलत सुमडो की गुफा में एक बेहद सर्द रात काटकर वापस ...
[हर महीने की पहली और 16 तारीख को डायरी के पन्ने छपा करेंगे।] 1. सुबह एक फोन आया जयपुर से। वे दैनिक भास्कर से थे और चाहते थे कि मैं ...
इस यात्रा वृत्तान्त को शुरू से पढने के लिये यहां क्लिक करें । 19 जनवरी 2013 आज शनिवार है। लेह वाली बस कल आयेगी। सुबह के दस बजे हैं, ...
इस यात्रा वृत्तान्त को शुरू से पढने के लिये यहां क्लिक करें । साढे तीन बजे चिलिंग पहुंच गये। यहां कहीं रुकने का ठिकाना ढूंढना था। इसमें...
इस यात्रा वृत्तान्त को शुरू से पढने के लिये यहां क्लिक करें । नाश्ता करके सिन्धु घाट की तरफ चल पडा। थोडा आगे चोगलमसर है। लेह से चोगलम...
इस यात्रा वृत्तान्त को शुरू से पढने के लिये यहां क्लिक करें । राम-राम से जुले-जुले तक लेह उतरने से कुछ मिनट पहले उदघोषणा हुई कि विमा...
लद्दाख यात्रा की तैयारी एक सरकारी कर्मचारी होने के नाते मेरा यह दायित्व है कि मैं हर चार साल में एक बार सरकारी खर्चे से भारत के किसी भी...