मसूरी भ्रमण-2
इस यात्रा वृत्तांत को आरंभ से पढ़ने के लिये यहाँ क्लिक करें । मैं सोचने लगा कि चलो देहरादून पहुंचकर कहीं आगे की गाड़ी पकड़ते हैं। हमारे ...
नीरज मुसाफिर का यात्रा ब्लॉग
इस यात्रा वृत्तांत को आरंभ से पढ़ने के लिये यहाँ क्लिक करें । मैं सोचने लगा कि चलो देहरादून पहुंचकर कहीं आगे की गाड़ी पकड़ते हैं। हमारे ...
21 सितम्बर 2008, दिन था रविवार। छुट्टी भी थी। सुबह आठ बजे तक मैं और सचिन दोनों सोने का कम्पटीशन कर रहे थे। अखबार वाला अखबार डाल के कभी का...
अगर आपसे पूछा जाए कि भारत में पहली बार रेल कहाँ चली थी, तो निःसंदेह आपका जवाब ग़लत होगा। शायद आप कहें "मुंबई से ठाणे" और फ़िर इ...
इस इतवार को हमने मूड बनाया चीला में घूमने का। राजाजी राष्ट्रीय पार्क में तीन मुख्य रेंज हैं-चीला, मोतीचूर और एक का नाम याद नहीं। सुबह ...
मेरठ की स्थापना किसने की, कब की? काफी दिनों से ज्ञात करने की कोशिश में था। लेकिन एक बात तो तय है कि मेरठ रावण की ससुराल रहा है। रावण के सस...
बात करीब दो साल पुरानी है। उस समय मैं कॉलेज में पढता था। फाइनल इयर की परीक्षाएं होने को थी। इन परीक्षाओं के बाद मेरा मन आगे पढने का नहीं थ...
इस यात्रा वृत्तांत को आरंभ से पढ़ने के लिये यहाँ क्लिक करें । पहाड़ पर गांवों में घर दूर दूर होते हैं। बीच में खेत होते है। अब रमेश मुझ...
दिनांक- दीवाली के बाद, 2007। मैं जैसे ही कंपनी में पहुँचा, पता चला कि आज रमेश नहीं आया था। उन दिनों मैं नोएडा में था। रमेश का भाई कैलाश भ...
चलो अब शुरू करते हैं मुसाफिरगिरी। घूमने का शौक तो बहुत है, लेकिन घर वाले कहीं नहीं जाने देते। जहाँ भी जाता हूँ, चोरी से जाता हूँ, अकेला ज...
अभी कुछ ही दिन पहले धुन सवार हुई कि नीलकंठ चलें। मैंने ख़ुद ही दिन भी तय कर लिया कि इस इतवार को जाऊँगा। अपना तो एक ही ध्येय वाक्य है- चल...
इस शनिवार को हमने पहले ही योजना बना ली थी कि कल हरिद्वार चलेंगे। वैसे तो मैं हरिद्वार में ही नौकरी करता हूँ। हरिद्वार से बारह किलोमीटर दूर...