tag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post680402059767281796..comments2024-03-11T15:32:30.331+05:30Comments on मुसाफिर हूँ यारों: रेल यात्राओं की कुछ यादें-1नीरज मुसाफ़िरhttp://www.blogger.com/profile/10478684386833631758noreply@blogger.comBlogger12125tag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-75535997501961086572013-03-25T23:17:09.844+05:302013-03-25T23:17:09.844+05:30neeraj ji aap ka yatra viritant but hi aacha lag ...neeraj ji aap ka yatra viritant but hi aacha lag ta hi kabhi chunar se chopan -katani line per yatra ka plan baneye yaha bhi kaphi achyee prakyik najare hai MANISH DWIVEDIhttps://www.blogger.com/profile/06520415320530481407noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-19073274859660953332012-08-28T00:03:36.211+05:302012-08-28T00:03:36.211+05:30wow. Military dibba. Mere papa army me hai so aana...wow. Military dibba. Mere papa army me hai so aana jana laga rehta hai military dibbe me. Me railfans hone k saath saath military dibba fan bhi hu. .Rubalwap-4https://www.blogger.com/profile/00138348702854912261noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-63206729474577568252012-08-08T06:09:15.269+05:302012-08-08T06:09:15.269+05:30bhagwan,lage raho neeraj bhai.thanks.bhagwan,lage raho neeraj bhai.thanks.amanvaishnavihttps://www.blogger.com/profile/04526620740401350882noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-17382834023296149952012-08-07T18:37:12.418+05:302012-08-07T18:37:12.418+05:30बचपन की यादें अच्छी लगीं. शुभ यात्रा .बचपन की यादें अच्छी लगीं. शुभ यात्रा .P.N. Subramanianhttps://www.blogger.com/profile/01420464521174227821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-80938490848071902312012-08-07T18:17:37.467+05:302012-08-07T18:17:37.467+05:30अगर बापू बिना कुटाई किये यह बात बता देता तो मैं आर...अगर बापू बिना कुटाई किये यह बात बता देता तो मैं आराम से मान लेता.....LOL :)<br /><br />नीरज बहुत अच्छा लिखा... मेरी बचपन की यादें ताज़ा हो गईं. मुझे भी बचपन से ही रेलों से प्यार था खास कर छोटी ट्रेनो से. शायद पहली छोटी ट्रेन यात्रा जब मै 8 साल का था तो दिल्ली सदर बाजार से लोहारू की थी... इस ट्रेन में 2 ही डब्बे थे.<br /><br />फिर मैथ के मास्टर से डर कर जब स्कूल गोल करता तो शाहदरा छोटी लाइन के स्टेशन पर घंटो बैठ छोटे-2 डिब्बे व इंजन देखता.<br />1977 में पठानकोट से कांगड़ा छोटी लाइन में सफर किया तो मन की मुराद पूरी हुई.<br /><br />और मुझे स्टीम इंजन वाली ट्रेन ही मजेदार लगती है.... दिल्ली में जब कभी ट्रेन देखने का दिल करता है तो रेल म्यूजियम में जाकर भाप के इंजन देखता हूं... इंगलैड में भी पहली बार 800 रुं की टिकट लेकर भाप की गाड़ी में घूमा जो वहां के मयूजियम में है और कुछ किलोमीटर का चक्कर लगाती है 10 पाऊंड मेंSilentsoulhttps://www.blogger.com/profile/17118623598759862858noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-90187105492332354642012-08-07T18:02:29.410+05:302012-08-07T18:02:29.410+05:30अगर बापू बिना कुटाई किये यह बात बता देता तो मैं आर...अगर बापू बिना कुटाई किये यह बात बता देता तो मैं आराम से मान लेता<br /><br />आज की दोनों फोटो और पोस्ट बहुत पसन्द आयीअन्तर सोहिलhttps://www.blogger.com/profile/06744973625395179353noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-58218737915244899292012-08-07T16:20:17.357+05:302012-08-07T16:20:17.357+05:30लोगबाग कहते हैं कि जब इतनी दूर जा ही रहा है तो वहा...लोगबाग कहते हैं कि जब इतनी दूर जा ही रहा है तो वहां के दर्शनीय स्थल भी देखने चाहिये थे। मेरा जवाब है कि सबसे पहले इलाहाबाद, फिर मुगलसराय यानी वाराणसी, फिर पटना, न्यू जलपाईगुडी (दार्जीलिंग, सिक्किम), गुवाहाटी, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय,... सैंकडों जगहें निकलकर आ जायेंगी। मैं किस-किस को निपटाऊंगा। नौकरीपेशा आदमी हूं, छुट्टियों की हमेशा समस्या चलती रहती है।<br /><br />नीरज भाई लगता है कि लोगबाग भी आपके लेख ध्यान से नहीं पढते है, क्योंकि आप इलाहाबाद,मुगलसराय यानी वाराणसी, पटना, न्यू जलपाईगुडी (दार्जीलिंग, सिक्किम), गुवाहाटी, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, जैसी सैंकडों जगहें से आपकी गाडी या तो जायेगी ही नहीं, अगर कुछ स्टेशन या जगह से गयी तो रुकेगी नहीं अत: वहाँ के बारे में कैसे बताया जा सकता है? हाँ ये अलग बात है कि आप चार-पाँच स्टेशन पर कई घन्टे पडे रहोगे तो उन स्टेशन के फ़ोटो तो दिखा ही देना।<br /> <br />शुभ यात्रा-- जी भर, मन भर के सोना। कोई तंग नहीं करेगा। असम के हालात से सावधान रहना।SANDEEP PANWARhttps://www.blogger.com/profile/06123246062111427832noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-14251660717263460992012-08-07T09:50:39.937+05:302012-08-07T09:50:39.937+05:30आप की यात्रा मंगलमय होआप की यात्रा मंगलमय होSurinderhttps://www.blogger.com/profile/14165257413664440751noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-11607052590067724452012-08-07T08:57:24.074+05:302012-08-07T08:57:24.074+05:30वैसे मैं भी यही सोचता हूँ कि कई बार बिना सुताई के ...वैसे मैं भी यही सोचता हूँ कि कई बार बिना सुताई के भी बात समझी जा सकती है, परंतु उसके पीछे शायद यह लॉजिक होता होगा कि लंबे समय तक याद रहे, जैसे आपको याद है।<br /><br />भारत यात्रा की शुभकामनाएँ ।विवेक रस्तोगीhttps://www.blogger.com/profile/01077993505906607655noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-40974246676397717302012-08-07T08:28:15.583+05:302012-08-07T08:28:15.583+05:30नीरज भाई अब तो पक्के लेखक भी बन गए हो. भारतीय रेलव...नीरज भाई अब तो पक्के लेखक भी बन गए हो. भारतीय रेलवे का एक पूरा इतिहास हैं. रेल के ऊपर तो मोटे मोटे ग्रंथ लिखे जा सकते है. आम आदमी की सवारी है ये. सस्ते में आपको पुरे भारत की सैर करा सकती हैं. जय हो भारतीय रेल. वन्देमातरम...प्रवीण गुप्ता - PRAVEEN GUPTAhttps://www.blogger.com/profile/02103326902710548202noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-74298037261147019652012-08-07T08:01:05.975+05:302012-08-07T08:01:05.975+05:30भारत यात्रा के लिए शुभकामनाएँ!भारत यात्रा के लिए शुभकामनाएँ!दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-74679685659036665892012-08-07T07:58:40.721+05:302012-08-07T07:58:40.721+05:30स्टेशनों के नाम का एक पूरा इतिहास है, कैसे नाम पड़...स्टेशनों के नाम का एक पूरा इतिहास है, कैसे नाम पड़ा, कैसे विकृत हुआ, बड़ी रोचक कथा है।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.com