tag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post5398981837638456824..comments2024-03-11T15:32:30.331+05:30Comments on मुसाफिर हूँ यारों: तनोटनीरज मुसाफ़िरhttp://www.blogger.com/profile/10478684386833631758noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-86407211698387866272014-01-17T11:44:43.173+05:302014-01-17T11:44:43.173+05:30अक्टूबर 1965 में एक युद्ध हुआ था- भारत और पाकिस्ता...अक्टूबर 1965 में एक युद्ध हुआ था- भारत और पाकिस्तान के मध्य। यह युद्ध देश की पश्चिमी सीमाओं पर भी लडा गया था। राजस्थान में जैसलमेर से लगभग सौ किलोमीटर दूर पाकिस्तानी सेना भारतीय सीमा में घुसकर आक्रमण कर रही थी। उन्होंने सादेवाला और किशनगढ नामक सीमाक्षेत्रों पर कब्जा कर लिया था और उनका अगला लक्ष्य तनोट नामक स्थान पर अधिकार करने का था। तनोट किशनगढ और सादेवाला के बीच में था जिसका अर्थ था कि इस स्थान पर दोनों तरफ से आक्रमण होगा।<br />जबरदस्त आक्रमण हुआ। पाकिस्तान की तरफ से 3000 से भी ज्यादा गोले दागे गये। साधारण परिस्थियों में यह छोटा सा स्थान तबाह हो जाना चाहिये था लेकिन ऐसा नहीं हुआ। परिस्थितियां साधारण नहीं थीं, असाधारण थीं। कोई न कोई शक्ति थी, जो काम कर रही थी। ज्यादातर गोले फटे ही नहीं और जो फटे भी उन्होंने कोई नुकसान नहीं पहुंचाया। विश्वास किया जाता है कि तनोट माता के प्रताप से ऐसा हुआ। बाद में जब भारतीय सेना हावी हो गई, उन्होंने जवाबी आक्रमण किया जिससे पाकिस्तानी सेना को भयंकर नुकसान हुआ और वे पीछे लौट गये। 1971 में भी ऐसा ही हुआ। kitna sajiv prastutikaran <br />vinay dharadhttps://www.blogger.com/profile/01366094806100131535noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-23323799434128448122014-01-16T01:28:06.061+05:302014-01-16T01:28:06.061+05:30भाई इतने बम गिराए थे उस समय की आज तक गाहे बगाहे अख...भाई इतने बम गिराए थे उस समय की आज तक गाहे बगाहे अखबार में साबुत बम मिलने की खबर आती रहती है... पर आश्चर्यजनक रूप से फटे नहीं... शानदार साफ़ सुथरा प्रांगण है मंदिर का... abhi mangalamhttps://www.blogger.com/profile/00938639029379236329noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-33652727305037607932014-01-15T19:46:29.863+05:302014-01-15T19:46:29.863+05:30नमन, श्रद्धा को, विश्वास को।नमन, श्रद्धा को, विश्वास को।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-74900701947557520492014-01-15T17:41:12.782+05:302014-01-15T17:41:12.782+05:30इन छ: बहनों की कथा में भादरिया राय माता भी शामिल ह...इन छ: बहनों की कथा में भादरिया राय माता भी शामिल हैं। बढिया यात्रा चल रही है। इब तो कुछ मोटा भी हो गया चौधरी :)ब्लॉ.ललित शर्माhttps://www.blogger.com/profile/09784276654633707541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-36250853297799672352014-01-15T15:15:39.208+05:302014-01-15T15:15:39.208+05:30तनोट माता की जय,शायद बार्डर फिल्म मे भी इस जगह का ...तनोट माता की जय,शायद बार्डर फिल्म मे भी इस जगह का जिक्र हुआ है..??लोंगेवाला लेख का इन्तजार रहेगाSachin tyagihttps://www.blogger.com/profile/05026492634418980571noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-17797610720609434412014-01-15T11:12:18.199+05:302014-01-15T11:12:18.199+05:30नीरज जी! नमस्कार, अब तो आपकी यात्रा संस्मरण में वी...नीरज जी! नमस्कार, अब तो आपकी यात्रा संस्मरण में वीर रस का अनुभव होने लगा है। रोशनhttps://www.blogger.com/profile/15581893294964842058noreply@blogger.com