tag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post5236068110284765032..comments2024-03-11T15:32:30.331+05:30Comments on मुसाफिर हूँ यारों: पचमढ़ी से पातालकोटनीरज मुसाफ़िरhttp://www.blogger.com/profile/10478684386833631758noreply@blogger.comBlogger28125tag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-73574202904490816522015-11-07T20:27:51.512+05:302015-11-07T20:27:51.512+05:301981 में मेरे पापा इस स्थान पर बिजली पहुंच गए थे व...1981 में मेरे पापा इस स्थान पर बिजली पहुंच गए थे वह बिजली विभाग सब-इंजीनियर थेrohitnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-44074962549853166772015-11-03T20:03:02.538+05:302015-11-03T20:03:02.538+05:30जी देवेन्द्र जी, अगली पोस्ट में इसका और विस्तार से...जी देवेन्द्र जी, अगली पोस्ट में इसका और विस्तार से वर्णन करूंगा. नीरज मुसाफ़िरhttps://www.blogger.com/profile/10478684386833631758noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-84772279807106202512015-11-03T20:01:47.180+05:302015-11-03T20:01:47.180+05:30आपने ठीक कहा अनुराग जी.. आपने ठीक कहा अनुराग जी.. नीरज मुसाफ़िरhttps://www.blogger.com/profile/10478684386833631758noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-1960690883717590342015-11-03T20:01:14.381+05:302015-11-03T20:01:14.381+05:30सर जी, इस बार अवश्य जाना पातालकोट. अच्छा लगेगा. सर जी, इस बार अवश्य जाना पातालकोट. अच्छा लगेगा. नीरज मुसाफ़िरhttps://www.blogger.com/profile/10478684386833631758noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-49364761530049174232015-11-03T20:00:34.800+05:302015-11-03T20:00:34.800+05:30बिल्कुल ललित जी, आपने ठीक कहा. बिल्कुल ललित जी, आपने ठीक कहा. नीरज मुसाफ़िरhttps://www.blogger.com/profile/10478684386833631758noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-21685914063395313042015-11-03T19:38:38.972+05:302015-11-03T19:38:38.972+05:30पाताल कोट ( Patalkot ) मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जि...पाताल कोट ( Patalkot ) मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में स्थित इस गहरी घाटी के भीतर बसे गावो को देखने का सौभाग्य वर्ष १९९९ में मुझे भी मिला था। सही मायने में इसे पाताल लोक कहना अतिश्योक्ति नही है। एक घाटी ख़त्म होते ही उतनी गहरी और फिर अंदर और अंदर ,और अंदर गहरी घाटी प्रारम्भ हो जाती है। कुछ गावो में तो सिर्फ कुछ घंटे ही सूर्य का प्रकाश पहुंच पाता है। इस घोड़े की नाल के आकार में विशाल पहाड़ियों से घिरा पूरी तरह से छिपा हुआ घाटी है। यदि जहा से खड़े होकर हम इस गहरी घाटी की और देखते है ,सामने की दूर खड़ी पहाड़ियों पर कभी शायद वहा समुद्र लहराता रहा होगा ,के लहरो के निशान भी दिखलाई पड़ते है। सतपुड़ा पर्वत श्रेणियों की गोद में बसा यह क्षेत्र भूमि से एक हज़ार से 1700 फुट तक की गहराई में बसा हुआ है। इस क्षेत्र में 40 से ज़्यादा मार्ग लोगों की पहुँच से दुर्लभ हैं और वर्षा के मौसम में यह क्षेत्र दुनिया से कट जाता है। ऊपर से चरती भैंसों को देखने पर ऐसा प्रतीत होता है, मनो कोई काला सा धब्बा चलता-फिरता दिखाई देता हो, सच मानिए ऐसी जगह पर मानव-बस्ती का होना एक गहरा आश्चर्य पैदा करता है। रामायण में वर्णित 'भगवान शिव' की पूजा के बाद, रावण के राजकुमार Meghnath बेटा ही इस जगह के माध्यम से पाताल लोक में गया था कि वहाँ की एक धारणा है। ऐसी जगह को आपने विकास के नाम पर केवल कोट में उतरने के लिए कुछ गहराइयो तक सीढ़ियों बना दी गयी है, लेकिन आज भी ये इसका उपयोग न करते हुए अपने बने–बनाए रास्ते-पगडंडियों पर चलते नजर आते हैं। सीढ़ियों पर चलते हुए आप थोडी दूर ही जा पाएँगे, लेकिन ये अपने तरीके से चलते हुए सैकड़ों फुट नीचे उतर जाते हैं।एक खोज के अनुसार पातालकोट की तलहटी में करीब 20 गाँव बसे हुए है। एक गाँव में 4-5 अथवा सात-आठ से ज्यादा घर नहीं होते। वे भी प्राकृतिक आपदाओ से प्रभावित हो रहे है। ऐसी जगह को आपने घूमने के बाद सचित्र वर्णन कर हम लोगो की भी वहा के परिवार सहित विजिट की याद ताज़ा करा दी। आपकी यात्रा का सचित्र वर्णन हमे भी आपके साथ ही घूम रहे है ,ऐसा महसूस होता है। शत शत नमन आपकी टीम के सभी को।Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/04782107750788582264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-6624549942833546162015-11-03T18:06:17.835+05:302015-11-03T18:06:17.835+05:30आनंद आया पढ़ कर और चित्र भी अच्छे हैं। शिकायत तो अ...आनंद आया पढ़ कर और चित्र भी अच्छे हैं। शिकायत तो अवश्य करनी चाहिए ताकि उसे सबक मिले और अन्य टूरिस्ट न लूटे जाएँ। anurag jagdharihttps://www.blogger.com/profile/00719447727120786308noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-52823947753805197432015-11-03T16:20:07.245+05:302015-11-03T16:20:07.245+05:30पचमढ़ी कई बार गया हूँ इस रास्ते से भी गुजर चूका हू...पचमढ़ी कई बार गया हूँ इस रास्ते से भी गुजर चूका हूँ पर कभी पातालकोट नहीं गया ,पर अबकी जरुर जाऊंगा | फोटो देखकर रोमांचित कर दिया आपने ,वहाँ जाने का लालच भी जगा दिया ,जो खर्च आएगा उसका बिल भेज दूंगा ,आपको ,ऐसे फोटो और यात्रा वृतांत लिखोगे तो ,भुगतना तो पड़ेगा ही |हम भी वहीँ थे उन दिनों .......Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/17413634366359167180noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-84106403229823127552015-11-03T12:24:38.942+05:302015-11-03T12:24:38.942+05:30नीचे से 13 न. का फोटो....
अच्छे लगते है ऐसे फोटो.....नीचे से 13 न. का फोटो....<br />अच्छे लगते है ऐसे फोटो....Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/00558987441220716238noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-51843279712029550642015-11-02T22:03:35.402+05:302015-11-02T22:03:35.402+05:30अच्छा हुआ तुम्हे रेस्ट हाऊस मिल गया। वरना हमारे (प...अच्छा हुआ तुम्हे रेस्ट हाऊस मिल गया। वरना हमारे (पुराना मध्यप्रदेश) के रेस्ट हाऊस मिल पाना कठिन ही हैं। एक रुम तो हमेशा मंत्रियों के लिए बुक रहता है। बाकी दूसरा दारु मुर्गा पार्टी के लिए होता है। ब्लॉ.ललित शर्माhttps://www.blogger.com/profile/09784276654633707541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-28814755056450456382015-11-02T19:00:40.060+05:302015-11-02T19:00:40.060+05:30बिल्कुल संजय भाई...बिल्कुल संजय भाई...नीरज मुसाफ़िरhttps://www.blogger.com/profile/10478684386833631758noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-16553112453428604562015-11-02T19:00:04.595+05:302015-11-02T19:00:04.595+05:30हाँ, योगी जी, संभव है। जैसे पातालकोट को ही ले लो। ...हाँ, योगी जी, संभव है। जैसे पातालकोट को ही ले लो। छिंदवाड़ा से यहां बगल में छिंदी और आगे हर्रई तक खूब बसें चलती हैं। हाँ, ये हो सकता है कि आपको बस से उतरकर दो-तीन किलोमीटर पैदल चलना पड़े। नीरज मुसाफ़िरhttps://www.blogger.com/profile/10478684386833631758noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-44886595035731178162015-11-02T18:57:34.997+05:302015-11-02T18:57:34.997+05:30बिल्कुल गुप्ता जी। बिल्कुल गुप्ता जी। नीरज मुसाफ़िरhttps://www.blogger.com/profile/10478684386833631758noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-83330253509454514932015-11-02T18:57:05.965+05:302015-11-02T18:57:05.965+05:30कौन सा फोटो है ऐसा? जरा बताना मुझे भी। कौन सा फोटो है ऐसा? जरा बताना मुझे भी। नीरज मुसाफ़िरhttps://www.blogger.com/profile/10478684386833631758noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-87040598152101784952015-11-02T18:56:29.243+05:302015-11-02T18:56:29.243+05:30हाँ भाई, वे फोटो अगली पोस्ट में मिलेंगे। हाँ भाई, वे फोटो अगली पोस्ट में मिलेंगे। नीरज मुसाफ़िरhttps://www.blogger.com/profile/10478684386833631758noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-24977598840119486242015-11-02T18:55:49.610+05:302015-11-02T18:55:49.610+05:30बिलकुल ठीक कहा सुमित भाई। बिलकुल ठीक कहा सुमित भाई। नीरज मुसाफ़िरhttps://www.blogger.com/profile/10478684386833631758noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-87623586746081057212015-11-02T18:54:31.182+05:302015-11-02T18:54:31.182+05:30धन्यवाद आपका भी। धन्यवाद आपका भी। नीरज मुसाफ़िरhttps://www.blogger.com/profile/10478684386833631758noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-4056539545038662332015-11-02T18:53:48.308+05:302015-11-02T18:53:48.308+05:30संजय जी, मैंने अपना अनुभव बता दिया है। बाकी शिकायत...संजय जी, मैंने अपना अनुभव बता दिया है। बाकी शिकायत करना मुझे पसंद नही। नीरज मुसाफ़िरhttps://www.blogger.com/profile/10478684386833631758noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-50378774372459258022015-11-02T18:52:10.750+05:302015-11-02T18:52:10.750+05:30धन्यवाद निरंजन जी. . धन्यवाद निरंजन जी. . नीरज मुसाफ़िरhttps://www.blogger.com/profile/10478684386833631758noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-6005271402348586772015-11-02T18:16:03.391+05:302015-11-02T18:16:03.391+05:30अरे वाह्ह छिन्दवाडा परासिया मेरे ननिहाल पहुंच गए ब...अरे वाह्ह छिन्दवाडा परासिया मेरे ननिहाल पहुंच गए बेहद रोमांचक यात्रा के नज़ारे ....इन आलेखों से ही पता चलता है भारत देश के हर राज्य में देखने के लिए काफी कुछ है नीरज भाई संजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-21294171606604177372015-11-02T15:35:17.280+05:302015-11-02T15:35:17.280+05:30नीरज लद्दाख वाली पोस्ट पर जो बात पूछी थी वोही फिर ...नीरज लद्दाख वाली पोस्ट पर जो बात पूछी थी वोही फिर से पूछना चाहूंगा कि बिना बाइक या बिना अपने वाहन के संभव है उतना दूर तक जाना , एकांत में इंटीरियर में पहुँच पाना ? Yogi Saraswathttps://www.blogger.com/profile/17101659017154035233noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-14412215424324960862015-11-02T14:06:31.783+05:302015-11-02T14:06:31.783+05:30रोमांचक यात्रा के नज़ारे ..... हमारे देश में काफी क...रोमांचक यात्रा के नज़ारे ..... हमारे देश में काफी कुछ छुपा हुआ देखने के लिए ... जो अनछुआ है Ritesh Guptahttps://www.blogger.com/profile/08778571076761815036noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-49964409876235425172015-11-02T13:07:20.002+05:302015-11-02T13:07:20.002+05:30और ये जो तुम ऐसे ही बिना बताये यहाँ वहाँ कही भी कै...और ये जो तुम ऐसे ही बिना बताये यहाँ वहाँ कही भी कैसे भी फोटो ले लेते हो...<br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><br />बहुत ही अच्छे लगते है।Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/00558987441220716238noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-61566484093551066932015-11-02T13:03:20.335+05:302015-11-02T13:03:20.335+05:30खुद ही खाने की तैयारी करना..पकवाने तक मदद करना...ब...खुद ही खाने की तैयारी करना..पकवाने तक मदद करना...बहुत ही मज़ा आ रहा था..ऐसी प्राकृतिक जगह पर खुद के द्वारा बनाया गया साधारण खाना भी स्वादिष्ट लगता है...लेकिन वह खिचड़ी तो दोनों दीप्तियो ने बनाई थी...वाकई मज़ेदार थी...सभी तृप्त हो गए थे...<br />चाय,खिचड़ी के वक़्त के ग्रुप फोटो को शायद अगली पोस्ट में जगह मिले...???<br />Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/00558987441220716238noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-69998045238526419892015-11-02T12:38:16.195+05:302015-11-02T12:38:16.195+05:30में उन लोगो में से हु जो बहुत ज्यादा ख़ुशी प्रकट नह...में उन लोगो में से हु जो बहुत ज्यादा ख़ुशी प्रकट नहीं कर पाते है...<br />लेकिन जब काफी देर के ड्रामे के बाद उन डिप्टी साहब की गाड़ी वहाँ रुकी और पातालकोट में ही रुकने की अनुमति मिल गई तो मेरी ख़ुशी सातवे आसमान पर थी..श्रीमती जी को तो इतनी ख़ुशी हुई की उन्होंने साइलेंट डांस ही शुरू कर दिया..<br />पातालकोट रेस्ट हॉउस की लोकेशन थी ही इतनी शानदार...<br /><br /><br />Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/00558987441220716238noreply@blogger.com