tag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post3525520009636977546..comments2024-03-11T15:32:30.331+05:30Comments on मुसाफिर हूँ यारों: मैं जंगल में भटक गयानीरज मुसाफ़िरhttp://www.blogger.com/profile/10478684386833631758noreply@blogger.comBlogger22125tag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-36535152632715394712018-11-16T20:55:08.642+05:302018-11-16T20:55:08.642+05:30चीड़ के पेड़ों में भूत वाली बात तो बताई नही न ही उस ...चीड़ के पेड़ों में भूत वाली बात तो बताई नही न ही उस पेज में कुछ मिला है Gourav chananahttps://www.blogger.com/profile/17697013719166461398noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-7234701426517240742013-11-14T15:11:52.456+05:302013-11-14T15:11:52.456+05:30वाह एक से बढ़कर एवाह एक से बढ़कर एVikas Raohttps://www.blogger.com/profile/02536225386347713613noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-90086490209413875432010-07-03T23:18:29.546+05:302010-07-03T23:18:29.546+05:30चलो पहाड़ की चोटी पर रास्ता भूले. मैं तो एक बार घने...चलो पहाड़ की चोटी पर रास्ता भूले. मैं तो एक बार घने जंगल में भटक गया था और वो भी ऐसी जगह जहां पहाड़ियों की तलहटी में भालू भी थे व कंधे पर कम से कम १५ किलो वज़न भी रहा होगा. इन जगहों की सबसे बड़ी दिक्क़त ये भी है की कोई मिलता भी नहीं जिससे कुछ पूछ लिया जाए. कहीं कोई भूले-भटके मिल भी गया तो ज़रूरी भी नहीं कि वो आपकी सहायता कर ही सकेगा. पर इसमें भी एक मज़ा है.Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टूनhttps://www.blogger.com/profile/12838561353574058176noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-72444329824956765322010-07-01T17:53:17.321+05:302010-07-01T17:53:17.321+05:30कल आधा दिन लग गया इस ब्लाग पै पढणे में और कमेंट कर...कल आधा दिन लग गया इस ब्लाग पै पढणे में और कमेंट करना ही भूल ग्या। <br /><br />और के हाल चाल सै?<br /><br />राम रामब्लॉ.ललित शर्माhttps://www.blogger.com/profile/09784276654633707541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-81666123032226498932010-07-01T12:49:18.175+05:302010-07-01T12:49:18.175+05:30आपकी घुमक्कड़ी को नमन. प्रशंसनीय यात्रा वृत्तांत. ...आपकी घुमक्कड़ी को नमन. प्रशंसनीय यात्रा वृत्तांत. आज ही मैने दिसम्बर २००८ में लिखी कुमायूं यात्रा के सातों भाग पढ़े.इतना सजीव चित्रण और इतनी बारीकी से! पढ़ कर अभिभूत हूँhempandeyhttp://www.shakunaakhar.blogspot.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-30409218030969833972010-07-01T11:10:50.416+05:302010-07-01T11:10:50.416+05:30आपकी घुमक्कड़ी की जितनी प्रशंशा की जाये कम है...आज...आपकी घुमक्कड़ी की जितनी प्रशंशा की जाये कम है...आज के नौजवानों के लिए आप एक आदर्श हैं...जियो नीरज भाई...अत्यधिक रोचक वर्णन और उत्तम फोटोग्राफी...<br />नीरजनीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-51327563044120218322010-07-01T08:51:33.400+05:302010-07-01T08:51:33.400+05:30इस तरह के जोखिम उठाने की यही उम्र है भाई मगर जंगल...इस तरह के जोखिम उठाने की यही उम्र है भाई मगर जंगल-फंगल जाते हुए कोई कट्टा,तमंचा या रामपुरी न सही एक भीमसेनी लट्ठ ज़रूर ले जाया करो !काम आता है . आगे तुम्हारी मर्ज़ी मगर मेरा यही अनुभव है कि नमी वाली जगहों में कई बार जोंक चिपट जाती हैं और अगर स्विस -नाइफ़ न हो तो मुश्किल हो जाती है !मुनीश ( munish )https://www.blogger.com/profile/07300989830553584918noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-17900828360343935522010-07-01T06:25:52.404+05:302010-07-01T06:25:52.404+05:30नीरज जी...भटक तो मैने भी गया आपने इतना सजीव और बढ़...नीरज जी...भटक तो मैने भी गया आपने इतना सजीव और बढ़िया वर्णन कर . की देखते ही मन इन्ही चित्रों में रम गया...बहुत उम्दा और खूबसूरत प्रस्तुति......धन्यवाद नीरज जी...विनोद कुमार पांडेयhttps://www.blogger.com/profile/17755015886999311114noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-10676146248471021582010-06-30T18:57:07.895+05:302010-06-30T18:57:07.895+05:30वाह जी मान गए. बड़ी हिम्मत दिखाई. सुन्दर संस्मरण.वाह जी मान गए. बड़ी हिम्मत दिखाई. सुन्दर संस्मरण.P.N. Subramanianhttps://www.blogger.com/profile/01420464521174227821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-8152428898565121582010-06-30T18:27:27.848+05:302010-06-30T18:27:27.848+05:30वाह एक से बढ़कर एक शानदार चित्र |वाह एक से बढ़कर एक शानदार चित्र |Gyan Darpanhttps://www.blogger.com/profile/01835516927366814316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-49817612072946704042010-06-30T16:01:35.264+05:302010-06-30T16:01:35.264+05:30majedar post.. laga hamne bhi aapke sath ghoom liy...majedar post.. laga hamne bhi aapke sath ghoom liya..स्वातिhttps://www.blogger.com/profile/06459978590118769827noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-71566579859816190202010-06-30T14:27:20.866+05:302010-06-30T14:27:20.866+05:30वाह वाह नस्त मोला जी आप ने तो खुब घुमाया, लेकिन हा...वाह वाह नस्त मोला जी आप ने तो खुब घुमाया, लेकिन हां तो डर ही गये कि अगर रास्ता नही मिला तो..... सभी चित बहुत सुंदर लगे यह सेब का पेड तो जाना पहचान है, हमारे यहां ऎसे पॆड भी बहुत मिलते है, ओर यह फ़ुल जिस के बारे आप ने पुछा है इस का नाम याद नही आ रहा, लेकिन इस का पोधा आदमी से बडा होता है <br />धन्यवाद इस बहुत सुंदर पोस्ट के लियेराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-39225646973685168712010-06-30T14:00:57.353+05:302010-06-30T14:00:57.353+05:30भाई, ये घुमक्कड़ी ऐसे ही बनी रहे. बहुत रोचक पोस्ट ...भाई, ये घुमक्कड़ी ऐसे ही बनी रहे. बहुत रोचक पोस्ट और तसवीरें. आपका ब्लॉग मुझे सबसे बढ़िया बढ़िया ब्लॉग में से एक लगता है. बहुत बड़ा फैन हूँ मैं इसका, नीरज.Shivhttps://www.blogger.com/profile/05417015864879214280noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-62114520753245159532010-06-30T12:12:38.850+05:302010-06-30T12:12:38.850+05:30पिछली पोस्ट पढ़कर लग रहा था कि आप भटकेंगे अवश्य । ...पिछली पोस्ट पढ़कर लग रहा था कि आप भटकेंगे अवश्य । :)प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-40646197109526912722010-06-30T11:36:13.208+05:302010-06-30T11:36:13.208+05:30कमाल का आदमी सै भाई तू तो
वादा किससे किया था??
शान...कमाल का आदमी सै भाई तू तो<br />वादा किससे किया था??<br />शानदार फोटोज के लिये धन्यवाद<br />Man vs. Wild याद आ गया।<br /><br />प्रणामअन्तर सोहिलhttps://www.blogger.com/profile/06744973625395179353noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-71402455572051932472010-06-30T11:26:27.155+05:302010-06-30T11:26:27.155+05:30मजेदार और रोमांचक .मजेदार और रोमांचक .माधव( Madhav)https://www.blogger.com/profile/07993697625251806552noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-35479514025480962582010-06-30T10:26:05.021+05:302010-06-30T10:26:05.021+05:30यात्रा वृत्तान्त बहुत सुन्दर रहा!यात्रा वृत्तान्त बहुत सुन्दर रहा!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-26118189706603981712010-06-30T09:34:38.202+05:302010-06-30T09:34:38.202+05:30आपने हमें भी जंगल में भटका दिया था .. रास्ता देखा...आपने हमें भी जंगल में भटका दिया था .. रास्ता देखा तो जान में जान आयी !!संगीता पुरी https://www.blogger.com/profile/04508740964075984362noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-76422073761233328982010-06-30T08:39:23.297+05:302010-06-30T08:39:23.297+05:30सुन्दर चित्र हैं।सुन्दर चित्र हैं।उन्मुक्तhttp://esnips.com/web/unmuktMusicFiles/noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-83435611644141686142010-06-30T08:32:18.995+05:302010-06-30T08:32:18.995+05:30ईश्वर बचाये कि आपके साथ कभी घूमने न जाना पड़े..वरना...ईश्वर बचाये कि आपके साथ कभी घूमने न जाना पड़े..वरना हम तो आधे बचेंगे. :)<br /><br /><br />वैसा पहला तो आपने बता दिया कि सेब है और दूसरा, लेवेन्डर का फूल!Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-84315880346572260602010-06-30T08:32:18.996+05:302010-06-30T08:32:18.996+05:30neeraj,
mesmerizing post.
तुम्हें तो कोई एडवेंचर ट...neeraj,<br />mesmerizing post.<br />तुम्हें तो कोई एडवेंचर ट्रेल वाली कंपनी खोल लेनी चाहिये।<br />फ़ोटो बहुत शानदार, पोस्ट तो शानदार होती ही है तुम्हारी<br />और वो फ़ोटो क्या धतूरे के फ़ूल की हैं?संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-27912907573348120992010-06-30T08:19:56.476+05:302010-06-30T08:19:56.476+05:30मस्त दोस्त.. क्या घूम के आये हो.. और कितना सरल शब्...मस्त दोस्त.. क्या घूम के आये हो.. और कितना सरल शब्दों में लिखा डाला....रंजनhttp://aadityaranjan.blogspot.com/noreply@blogger.com