tag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post3313288260350411457..comments2024-03-11T15:32:30.331+05:30Comments on मुसाफिर हूँ यारों: करेरी झील के जानलेवा दर्शननीरज मुसाफ़िरhttp://www.blogger.com/profile/10478684386833631758noreply@blogger.comBlogger29125tag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-67332945788563591882017-01-07T10:13:01.533+05:302017-01-07T10:13:01.533+05:30I am also agree, whenever you make a plan inform m...I am also agree, whenever you make a plan inform meAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/13378342009605297285noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-49985149939415992562013-01-17T15:14:44.884+05:302013-01-17T15:14:44.884+05:30bahut hi sundar . chahe kuch ho jaye ye insaniyat ...bahut hi sundar . chahe kuch ho jaye ye insaniyat aap me bachi rahe. vinay dharadhttps://www.blogger.com/profile/01366094806100131535noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-26360093491476009972011-09-17T16:39:05.288+05:302011-09-17T16:39:05.288+05:30नीरज भाई गप्पू जी की ब्लॉग का एड्रेस दीजिये उन्हें...नीरज भाई गप्पू जी की ब्लॉग का एड्रेस दीजिये उन्हें पड़ने की बड़ी दिली इच्छा हो रही है करेरी झील की यात्रा आज पड़ के लगा की यार ये बन्दा तो तुमसे भी ज्यादा जी दार निकला जो पहली ही यात्रा मैं इतना ऊपर तक गया<br />गप्पू जी के ब्लॉग एड्रेस के इंतज़ार मैं<br /><br />कुलदीप शर्माफकीराhttps://www.blogger.com/profile/10475423696992129780noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-87758078832277875552011-07-24T18:50:12.391+05:302011-07-24T18:50:12.391+05:30Gazab bhai...padh aur dekh kar hi dhanya bhye..Gazab bhai...padh aur dekh kar hi dhanya bhye..Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-29408616426028777982011-07-03T12:47:04.978+05:302011-07-03T12:47:04.978+05:30bahut mazaa aaya padh ke ...kaash main bhi jaa paa...bahut mazaa aaya padh ke ...kaash main bhi jaa paata ,par itna chalne ki himmat nahi hai ab ....<br />jai ghumakkad <br /><br /><br />ajitDadda ki Khari Kharihttps://www.blogger.com/profile/17964358487564220378noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-43582649869005380412011-06-29T11:38:34.942+05:302011-06-29T11:38:34.942+05:30सही कहा ललित जी ने सर मुंडाते ओले पड़े ...तुम को इ...सही कहा ललित जी ने सर मुंडाते ओले पड़े ...तुम को इतनी खतरनाक जगहों पर नही जाना चाहिए नीरज ..कभी अपनी माँ को दिखाए ये फ़ोटो ....बीबी होती तो बैंड बजाती ...??दर्शन कौर धनोयhttps://www.blogger.com/profile/06042751859429906396noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-78436150234053923572011-06-25T11:54:19.545+05:302011-06-25T11:54:19.545+05:30इस जाट की कैसे किन शब्दों में तारीफ़ करूँ...ऐसा सा...इस जाट की कैसे किन शब्दों में तारीफ़ करूँ...ऐसा साहसी छोरा मैंने तो अपनी ज़िन्दगी में अभी तक न देखा...जित्ते बढ़िया दिल का है बित्ती ही बढ़िया फोटू खींचता है और उस से भी बढ़िया भाषा में चुटकियाँ लेता हुआ विस्तार से यात्रा के बारे में बताता है...लेखन उच्च कोटि का है और जीवट कमाल का...धन्य है रे भाई तू...तेरे साथ गप्पू जी भी धन्य हो गए...<br /><br />नीरजनीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-74652400760700811742011-06-21T21:29:41.667+05:302011-06-21T21:29:41.667+05:30@जाट देवता! नहीं चल सकता छुट्टी नहीं है.@जाट देवता! नहीं चल सकता छुट्टी नहीं है.Gappu jinoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-20093463521465187572011-06-21T09:57:22.173+05:302011-06-21T09:57:22.173+05:30सिर मुंडाते ही ओळे ओळे ओळे।:) अबकी बार हेलमेट लेके...सिर मुंडाते ही ओळे ओळे ओळे।:) अबकी बार हेलमेट लेके जाईयों। हा हा हा<br /><br />इतने खराब मौसम में अनजानी जगह पर यात्रा करना दुस्साहस तो है। जब बादल नजदीक हों और बिजली चमक रही हो। कभी झटका भी दे सकती है।<br /><br />इसलिए सुरक्षात्मक उपाय ही करना जरुरी है।<br />पहाड़ बड़े बेरहम होते हैं, किसी पर दया नहीं करते।<br /><br />और उन सुसरों की तो बजा के आना था,जो दिल्ली को बदनाम कर रहे थे।<br /><br />राम रामब्लॉ.ललित शर्माhttps://www.blogger.com/profile/09784276654633707541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-13117869883002644752011-06-21T04:42:55.679+05:302011-06-21T04:42:55.679+05:30गप्पू भाई, चल श्रीखण्ड महादेवगप्पू भाई, चल श्रीखण्ड महादेवSANDEEP PANWARhttps://www.blogger.com/profile/06123246062111427832noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-86061796789089219772011-06-20T11:13:13.927+05:302011-06-20T11:13:13.927+05:30बहुत बढ़िया...वैसे घूमने के लिए हिम्मत होनी चाहिए....बहुत बढ़िया...वैसे घूमने के लिए हिम्मत होनी चाहिए.....<br />हमने भी सैर कर ली....वीना श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/09586067958061417939noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-65630425641997909162011-06-20T10:40:33.662+05:302011-06-20T10:40:33.662+05:30एक घुमक्कड़ क्लब के बारे मन क्या विचार है?अध्यक्ष ...एक घुमक्कड़ क्लब के बारे मन क्या विचार है?अध्यक्ष नीरज...<br />Agreed with Gappu JI....aashuhttps://www.blogger.com/profile/05874769442316477350noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-90174124028483483412011-06-20T09:40:04.159+05:302011-06-20T09:40:04.159+05:30एक घुमक्कड़ क्लब के बारे मन क्या विचार है?अध्यक्ष ...एक घुमक्कड़ क्लब के बारे मन क्या विचार है?अध्यक्ष नीरज...<br />Agreed with Gappu JI....Prakashhttps://www.blogger.com/profile/10398183728210037278noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-74692702252774773702011-06-19T10:01:56.200+05:302011-06-19T10:01:56.200+05:30@सुरेश जी,मैं पहली बार ही निकला था घूमने .बस हिम्म...@सुरेश जी,मैं पहली बार ही निकला था घूमने .बस हिम्मत और घूमने कि प्रबल इच्छा के दम से ही ये संभव हो सका है. मुझे पता नहीं था कि मुझ जैसे सनकी और भी हैं दुनिया में. एक तो नीरज मिल गया और दूसरा जाट देवता.मैं भी कश्मीर से कन्याकुमारी तक मोटर साईकिल से जाना चाहता था. ब्लोगिंग को बहुत-बहुत धन्यवाद! एक घुमक्कड़ क्लब के बारे मन क्या विचार है?अध्यक्ष नीरज ........Gappu jinoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-28685612202247795102011-06-19T03:25:16.094+05:302011-06-19T03:25:16.094+05:30नयनाभिराम चित्र, रोचक वर्णन। हिन्दी बोलने वाले तो ...नयनाभिराम चित्र, रोचक वर्णन। हिन्दी बोलने वाले तो केरल क्या अमेरिका में भी खूब मिलते हैं। "अतिथि देवो भवः" के देश में दिल्ली वालों का व्यवहार वाकई गिरा हुआ था। मगर ऐसी मानसिकता की कमी नहीं है।Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-81038927043363615672011-06-18T19:26:48.705+05:302011-06-18T19:26:48.705+05:30नीरज कभीकभी तुमसे जलन होती है.मस्त घुमकड्डी है.दिल...नीरज कभीकभी तुमसे जलन होती है.मस्त घुमकड्डी है.दिल तो हमारा भी करता है मगर कुछ तो मज़बूरिया< रही होगी..................हा हअ हा हा हा.बहुत दिनों से तुमसे बात नही हुई है.तुम्हारा नम्बर मिस हो गया है.हो सके तो अपना नम्बर देना.मेरा नम्बर वही है 09425203182.Anil Pusadkarhttps://www.blogger.com/profile/02001201296763365195noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-72121334392053256282011-06-18T14:29:25.294+05:302011-06-18T14:29:25.294+05:30gappu ji man gaye aapki himmat ko mai aapse puchna...gappu ji man gaye aapki himmat ko mai aapse puchna chahta hun ki aap pahle bhi ghumte rahe ho kaya .neeraj bhai to hamesha ghumte rahte han. aap bahut himmatwale ho.birle hi hote hai ase log.aashuhttps://www.blogger.com/profile/05874769442316477350noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-43007185399514135522011-06-18T10:30:40.805+05:302011-06-18T10:30:40.805+05:30मैंने नीरज से बात की तो नीरज बोला अभी तो सो जा ,अग...मैंने नीरज से बात की तो नीरज बोला अभी तो सो जा ,अगर कल भी फंसे रहे तो अपना जीवन बचाने के लिए उसमें से सामान निकालकर उतने पैसे रख देंगे और एक चिट्ठी लिख कर छोड़ देंगे. .......<br /><br />"That's Why we called Neeraj A Great Ghummakkad....." Proud of you...Prakashhttps://www.blogger.com/profile/10398183728210037278noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-70615734771800847792011-06-18T10:25:48.973+05:302011-06-18T10:25:48.973+05:30अति रोमांचक वर्णन है मुसाफिर जी. पढते हुए मन सिहर ...अति रोमांचक वर्णन है मुसाफिर जी. पढते हुए मन सिहर उठता हैलग रहा है जैसे कि कोई कहानी पढ रहे हैंpryashttp://pryas.wordpress.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-87080494690782547922011-06-18T02:04:52.468+05:302011-06-18T02:04:52.468+05:30beautiful picsbeautiful picssmhttp://realityviews.blogspot.com/noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-78043606787451425872011-06-17T21:12:07.178+05:302011-06-17T21:12:07.178+05:30हम देखकर दहल गये।हम देखकर दहल गये।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-85885565071480370562011-06-17T17:31:02.148+05:302011-06-17T17:31:02.148+05:30रोंगटे खड़े कर देने वाला यात्रा विवरणरोंगटे खड़े कर देने वाला यात्रा विवरणRatan Singh Shekhawathttp://www.gyandarpan.com/2009/11/about.htmlnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-49299052541548223792011-06-17T15:33:50.061+05:302011-06-17T15:33:50.061+05:30यहाँ हम अपनी ईमानदारी का ढिंढोरा तो नहीं पीटना चाह...यहाँ हम अपनी ईमानदारी का ढिंढोरा तो नहीं पीटना चाहते,लेकिन उन परिस्थतियों में भी हमारे अन्दर इंसानियत जिन्दा रही. मंदिर के पास जहाँ हमने शरण ली,वहीँ एक छोटी सी दुकान थी. दुकानदार मौसम ख़राब होने और किसी के वहां न होने के कारण बंद करके नीचे चला गया था. आस-पास तीन से चार किलोमीटर के इलाके में वहां हम दोनों के अलावा कोई नहीं था. दुकान मैं दरवाजे पर ताला लगा हुआ था और उस पूरे इलाके मैं दुकान ही एक ऐसी जगह थी जो सही सलामत थी,जिसमें ठण्ड से बचा जा सकता था. पहले तो मैं आग जलाने के चक्कर मैं पड़ा. मंदिर में माचिस भी मिली तो गीली थी. मैंने उसे जेब मैं डाल लिया .कोई सूखी लकड़ी भी वहां नहीं दिखाई दी. दुकान का मुआयना किया तो, दरवाजे के अलावा एक खिड़की जो सामान बेचने के लिए थी, उसके लकड़ी के पाटिये को कील ठोंक कर डोरी से अंदर की तरफ बाँधा गया था. एक बार तो मन मैं आया की अगर डोरी को काट दूं तो पाटिया आराम से खुल जायेगा, फिर उसमें सूखी लकड़ी, माचिस और खाने को मैगी के अलावा भी कुछ मिल सकता है. हालाँकि मेरी अंतरात्मा इसके लिए मना कर रही थी. मैंने नीरज से बात की तो नीरज बोला अभी तो सो जा ,अगर कल भी फंसे रहे तो अपना जीवन बचाने के लिए उसमें से सामान निकालकर उतने पैसे रख देंगे और एक चिट्ठी लिख कर छोड़ देंगे. .......शुक्र है ऐसी नौबत नहीं आई.Gappu jinoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-57830985777728197522011-06-17T14:31:17.432+05:302011-06-17T14:31:17.432+05:30धन्य हो। बड़ा जीवट चाहिए ऐसे मौसम में ऐसी दुर्गम य...धन्य हो। बड़ा जीवट चाहिए ऐसे मौसम में ऐसी दुर्गम यात्रा के लिए।गगन शर्मा, कुछ अलग साhttps://www.blogger.com/profile/04702454507301841260noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-51097181557893340122011-06-17T14:04:20.973+05:302011-06-17T14:04:20.973+05:30आपको पढ़कर हिम्मत मिलती है और घूमने की इच्छा भी हो...आपको पढ़कर हिम्मत मिलती है और घूमने की इच्छा भी होती है <br />बढ़िया वर्णनsonalhttps://www.blogger.com/profile/03825288197884855464noreply@blogger.com