tag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post3117505077250362767..comments2024-03-11T15:32:30.331+05:30Comments on मुसाफिर हूँ यारों: भानगढ- एक शापित स्थाननीरज मुसाफ़िरhttp://www.blogger.com/profile/10478684386833631758noreply@blogger.comBlogger13125tag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-49149213604292715582017-12-19T11:55:52.988+05:302017-12-19T11:55:52.988+05:30डर से बड़ा भूत कोई नहीं. डरा हुआ इंसान स्वंय ही भू...डर से बड़ा भूत कोई नहीं. डरा हुआ इंसान स्वंय ही भूत प्रेत प्रक्षेपित कर लेता है.. और डर हर किसी को जकड़ सकता है कोई कितना ही निडर होने का दावा करे . Rajhttps://www.blogger.com/profile/17958571111772906155noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-6433011012301873072014-09-01T15:13:54.925+05:302014-09-01T15:13:54.925+05:30जी हां बिलकुल सही सुना आपने, हिंदुस्तान को हमेशा स...जी हां बिलकुल सही सुना आपने, हिंदुस्तान को हमेशा से ही रहस्यों , आलौकिक शक्तियों, तंत्रविद्या का देश कहा गया है। जब बात तंत्र विद्या की हो और ऐसे में हम भूत प्रेतों का ज़िक्र न करें तो फिर कहे गए शब्द एक हद तक अधूरे लगते हैं। लेकिन आगे बढ़ने से पहले चंद सवाल। हम लोगों में से कितने ऐसे हैं जो ये मानते और विश्वास करते हैं कि आज भी इस दुनिया में बुरी आत्माओं और भूतों का अस्तित्त्व है? क्या हम किसी भी माध्यम से भूतों से मिल सकते हैं? क्या हम उन्हें देख सकते हैं, उन्हें महसूस कर सकते हैं? सूर्य देव का वो मंदिर जिसको आज भी है अपनी पूजा का इंतेजार<br />हम में से बहुत से ऐसे होंगे जो अवश्य ही इन बातों पर न कहेंगे वहीँ दूसरी तरफ बहुत से ऐसे भी होंगे जिनका ये मानना होगा कि धरती पर जहां एक तरफ जीवित लोग हैं तो वहीँ मृत्य आत्माओं का भी वास है। बहरहाल आज हम आपको हिन्दुस्तान के उस किले के बारे में बताएंगे जिस का सिर्फ नाम सुनकर ही बड़े बड़े दिलेरों के डर के मारे पसीने छूट जाते हैं।<br />ये किला है राजस्थान के अलवर जिले में स्थित भानगढ़ का किला । अगर यहां के स्थानीय लोगों की माने तो यहां आने के बाद पर्यटक आज भी एक अलग तरह के डर और बेचैनी का अनुभव करते हैं।Technical Setuhttps://www.blogger.com/profile/09986511149537543531noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-62387579370726209252012-12-26T20:38:59.542+05:302012-12-26T20:38:59.542+05:30शब्द नहीं बचते मेरे पास तुम्हारी तारीफ में कुछ कह ...शब्द नहीं बचते मेरे पास तुम्हारी तारीफ में कुछ कह सकूँ पर इतना तो कह सकता हूँ की ऊपर वाले की कुछ खास नजर है तुम्हारी नजर में जो कैमरे के माध्यम से इतने लाजवाब चित्र उतार लेते हो , भाई लगे रहो ......Mirchi Namakhttps://www.blogger.com/profile/12030026449266061314noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-22500521731626531002012-12-26T11:20:07.047+05:302012-12-26T11:20:07.047+05:30रात रुकते तब तो कुछ पता चलता न की वहां इन दो भूतो ...रात रुकते तब तो कुछ पता चलता न की वहां इन दो भूतो के अलावा भी कोई तीसरा भुत है---वेसे यदि कोई रहा भी होगा तो नीरज की बदबू सूंघकर भाग खड़ा होगा हा हा हा हा हा दर्शन कौर धनोयhttps://www.blogger.com/profile/06042751859429906396noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-74100762594460075152012-12-25T15:20:17.547+05:302012-12-25T15:20:17.547+05:30bahut achha varnan...bahut achha varnan...anurag jagdharihttps://www.blogger.com/profile/00719447727120786308noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-62598398925621757762012-12-25T15:11:51.895+05:302012-12-25T15:11:51.895+05:30advertiseadvertiseAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-12028933068853413642012-12-25T12:29:39.493+05:302012-12-25T12:29:39.493+05:30आज तक कोई मिला ही नहीं , कैसे होते हैं , मैं भी त...आज तक कोई मिला ही नहीं , कैसे होते हैं , मैं भी तो देखूं जरा !! सब जगह जाकर देख लिया। भानगढ़ में रात को रुकने का प्रोग्राम था , लेकिन बिस्तर नहीं थे। Vidhan Chandrahttps://www.blogger.com/profile/03900326176199958203noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-47160168692980678142012-12-25T09:09:33.558+05:302012-12-25T09:09:33.558+05:30सही कहा नीरज भाई, इंसान को डर सबसे ज्यादा अपने से ...सही कहा नीरज भाई, इंसान को डर सबसे ज्यादा अपने से लगता है ! हमारे यहाँ एक लोककथा प्रचलित है, एक तालाब पे भूत रहता था एक दिलेर बोला मैं आधी रात को अकेले जाऊँगा और तालाब के मेड पैर कांटी ठोक के आऊंगा, दुसरे दिन वो मरा हुआ मिला, क्योंकि काँटी वो बैठकर ठोंक रहा था और ध्यान दे रहा था की सच में कोई भुत तो नहीं आ रहा है! कांटी उसने गलती से अपनी धोती में ठोक ली थी! <br />वैसे भी संदीप भाई ने सही कहा है किसकी हिम्मत है जो दो के रहते आ जाए!amanvaishnavihttps://www.blogger.com/profile/04526620740401350882noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-8287239880257695772012-12-24T22:59:44.056+05:302012-12-24T22:59:44.056+05:30जाने क्या क्या राज छिपे हैं, इन महलों में। सुन्दर ...जाने क्या क्या राज छिपे हैं, इन महलों में। सुन्दर चित्र।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-19691263999197797622012-12-24T17:44:58.122+05:302012-12-24T17:44:58.122+05:30केवडे को तो मजा आ गया, सैंकडों मन्नतें पूरी करने क...केवडे को तो मजा आ गया, सैंकडों मन्नतें पूरी करने की बजाय केवल एक ही मन्नत पूरी करनी होगी (विधान वाली) :)<br /><br />प्रणामअन्तर सोहिलhttps://www.blogger.com/profile/06744973625395179353noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-85710012759195130922012-12-24T14:00:18.168+05:302012-12-24T14:00:18.168+05:30दो जिन्दा भूत देखकर, मरे हुए भूत की हिम्मत इनसे पं...दो जिन्दा भूत देखकर, मरे हुए भूत की हिम्मत इनसे पंगा लेने की कहाँ आनी थी।SANDEEP PANWARhttps://www.blogger.com/profile/06123246062111427832noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-28210593926084985172012-12-24T10:37:33.119+05:302012-12-24T10:37:33.119+05:30Neeraj bhai, bas isi ke aas paas abhaneri gaanv ha...Neeraj bhai, bas isi ke aas paas abhaneri gaanv hai, jahan se paas me Chand Bawri hai. Main bhangarh to nahin jaa paaya par abhaneri bhi shayad isike aas paas hi hai. <br /><br />Mast mandir aur kila hai, maja aa gayaTarun Goelhttp://www.theoktravel.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-25649049823281003982012-12-24T09:50:26.245+05:302012-12-24T09:50:26.245+05:30सोमेश्वर महादेव मंदिर में वह बुद्ध की प्रतिमा नहीं...सोमेश्वर महादेव मंदिर में वह बुद्ध की प्रतिमा नहीं है। वो महादेव के बीर है। भानगढ के उजड़ने के कई कारण हैं। इसके उजड़ने के विषय में कई किंवदंतियाँ हैं। जिनका जिक्र अपनी पोस्ट में करुंगा।ब्लॉ.ललित शर्माhttps://www.blogger.com/profile/09784276654633707541noreply@blogger.com