tag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post2158726595409264380..comments2024-03-11T15:32:30.331+05:30Comments on मुसाफिर हूँ यारों: रजाई गददे भी बन गए घुमक्कड़नीरज मुसाफ़िरhttp://www.blogger.com/profile/10478684386833631758noreply@blogger.comBlogger15125tag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-47066315551027567022009-03-16T18:22:00.000+05:302009-03-16T18:22:00.000+05:30भाई नीरज,कमाल है? जाट तैं दूसरे के नी छोडते अर तों...भाई नीरज,कमाल है? जाट तैं दूसरे के नी छोडते अर तों आपणा माल ही गवां बैठया.....लगै हरिद्वार मैं गंगाजी के प्रताप तै जाटां आली गरमी ठंडी पड गी. वैसे अगर दिनेश जी की बात मान ली जावे तो बी 2 फायदे हैं, एक तो अपणा समान मिल जैगा अर दूसरा इसी चक्कर मैं दो चार पोस्ट लिखण का मसाला बी......Pt. D.K. Sharma "Vatsa"https://www.blogger.com/profile/05459197901771493896noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-85627810411062200182009-03-16T16:28:00.000+05:302009-03-16T16:28:00.000+05:30सफ़र का एक अनुभव ऐसा भी सही. मगर द्विवेदी जी की सल...सफ़र का एक अनुभव ऐसा भी सही. मगर द्विवेदी जी की सलाह पर गौर कीजिये.अभिषेक मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/07811268886544203698noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-30994177807051317762009-03-16T13:06:00.000+05:302009-03-16T13:06:00.000+05:30had hai ye to.. ummid hai ki jald hi aapka saman a...had hai ye to.. ummid hai ki jald hi aapka saman aapko mil jayega..<BR/>dinesh ji ki baat par turat amal karo bhai..PDhttps://www.blogger.com/profile/17633631138207427889noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-89556812638851814632009-03-16T12:21:00.000+05:302009-03-16T12:21:00.000+05:30नीरज जी ये तो चलो आप के पुराने गद्दे थे या यूँ कहे...नीरज जी ये तो चलो आप के पुराने गद्दे थे या यूँ कहें की कीमती सामान नहीं था लेकिन अगर होता तब भी क्या आप उसे ऐसे ही छोड़ देते? आप को अपने जाट धर्म का हक़ अदा करना ही चाहिए और प्रहलाद जी को एक सबक सिखाना चाहिए...शरीफ लोगों की इसी बात का ये लोग फायदा उठाते हैं...दिनेश जी की बात में बहुत दम है...<BR/>नीरजनीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-7990378617095080662009-03-16T09:17:00.000+05:302009-03-16T09:17:00.000+05:30भाई नीरज जी,किसी महानुभवी ने कहा है की बीती ताहि ब...भाई नीरज जी,<BR/>किसी महानुभवी ने कहा है की बीती ताहि बिसार दे!<BR/>अब जो होना था वो हो गया, आप कर भी क्या सकते हैं हमें बताने के सिवाय!<BR/><BR/>बहुत लोगो कि टाँगे खिंचाई करी है चलो कोई तो मिला आपको भी!<BR/>अब घुमते रहो प्रह्लाद जी और शिव लाल जी के पीछे!<BR/><BR/>वैसे मुझे लग रहा हैं आपको आपका सामान जरुर मिल जायेगा, हाँ और एक बात कि......<BR/>प्रह्लाद जी जिसके बारे में आपसे कह रहे थे जो आपका सामान ले गया था उसे मै जानता हूँ<BR/>कौन है वो...<BR/>जानने के लिए देखिये.. तारक मेहता का उल्टा चश्मा, सब टीवी पर, रात १०.०० बजे....<BR/><BR/>सोरी भाई... जले पर नमक छिड़कने के लिए....<BR/>हां.. हां.. हां.. हां..<BR/>दिलीप कुमार गौड़, गांधीधामAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-51639800350453324532009-03-15T22:45:00.000+05:302009-03-15T22:45:00.000+05:30आप ने सबकि सुनली अब मेरी भी सुने । द्विवेदी जी अनु...आप ने सबकि सुनली अब मेरी भी सुने । द्विवेदी जी अनुभवी आदमी है अब उनकी सलाह मानने के सिवा कोइ रास्ता नही है । लेकिन आप इतने दिन बाद यह बात क्यों बता रहे है । आगे से ध्यान रखीये एसे समय मे हिन्दी ब्लोग मित्रों को जरूर याद किया कीजिये । अगर आप समय रहते फ़ोन जयपुर या कोटा के बलोगर मित्र को किया होता तो आप का सामान सुरक्षित आप तक घूम कर वापिस पहुच गया होता । मित्रता ऐसे समय के लिये ही होती है । एक बात और बता दू सभी बस कन्डकट्र के पास आजकल मोबाइल रहता है जिससे वे उड़न दस्ते कि लोकेशन आपस मे बांटते है ।naresh singhhttps://www.blogger.com/profile/16460492291809743569noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-41869255326559330962009-03-15T11:15:00.000+05:302009-03-15T11:15:00.000+05:30khas aap ke liye dusara-pahalu parसुख मिल गया क्या...khas aap ke liye dusara-pahalu par<BR/>सुख मिल गया क्या... ?neetahttps://www.blogger.com/profile/01659365958150588522noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-89149321678773224122009-03-15T11:07:00.000+05:302009-03-15T11:07:00.000+05:30हमेँ तो ताऊनामा पसन्द आया। शिकायतों की तो अम्पायर ...हमेँ तो ताऊनामा पसन्द आया। शिकायतों की तो अम्पायर स्टेट बिल्डिंग बन जाती है और वे जस की तस रहती हैँ! :)Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-49269610104082066782009-03-15T11:05:00.000+05:302009-03-15T11:05:00.000+05:30द्विवेदी जी की सलाह मानिये.द्विवेदी जी की सलाह मानिये.L.Goswamihttps://www.blogger.com/profile/03365783238832526912noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-67964602550284852462009-03-15T10:25:00.000+05:302009-03-15T10:25:00.000+05:30आप जैसे घुमक्कडों की संगति से कुछ तो सीख लेंगे ही...आप जैसे घुमक्कडों की संगति से कुछ तो सीख लेंगे ही न वे .... कहा जाता है पढे घर की पढी बिलैया ... कहीं तो उन्हें लेकर जाते नहीं होंगे ... इसलिए वे लोग खुद घूमने निकल गए हैं ... वैसे कानूनी उपाय तो द्विवेदी जी बता ही चुके हैं ... तदनुरूप कार्रवाई करें।संगीता पुरी https://www.blogger.com/profile/04508740964075984362noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-31022828957416482732009-03-15T09:31:00.000+05:302009-03-15T09:31:00.000+05:30यार जाट भाई तू क्युं किसी पै उल्टे सीधे आरोप लगाण ...यार जाट भाई तू क्युं किसी पै उल्टे सीधे आरोप लगाण लाग रया सै?<BR/><BR/>तेरे गद्दे रजाई तैं इब्बी मेरी बात हुई सै. वो तो किम्मै और ही कहाणी बताण लाग रे थे.<BR/><BR/>वो कह रे थे, ताऊ - यो जाट अकेला अकेला ही घूंम्या करै था. म्हारा भी मन हो गया घूमने का.<BR/><BR/>सो मौका पाकर हम भी भाग निकले और इब सारा हिंदुस्तान घूम कर ही वापस आयेंगे,:)<BR/><BR/>रामराम.ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-38490017416877856682009-03-15T09:26:00.000+05:302009-03-15T09:26:00.000+05:30This comment has been removed by the author.ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-75224478432554894952009-03-15T09:18:00.000+05:302009-03-15T09:18:00.000+05:30दिनेश राय जी के सलाह के अनुसार आगे की कार्यवाही कर...दिनेश राय जी के सलाह के अनुसार आगे की कार्यवाही करे. वाही बेहतर होगा. लेकिन मजा आया जानकार कि जाट का माल जाट ले गया.P.N. Subramanianhttps://www.blogger.com/profile/01420464521174227821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-27440179866338046382009-03-15T08:48:00.000+05:302009-03-15T08:48:00.000+05:30आप की यह पोस्ट ब्लागवाणी पर 8.04 बजे आई है, इस के ...आप की यह पोस्ट ब्लागवाणी पर 8.04 बजे आई है, इस के बाद 8.19 पर आई विवेक गुप्ता की पोस्ट "हक के लिए जाग रहे लोग" भी पढ लें।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-42726812059366940652009-03-15T08:42:00.000+05:302009-03-15T08:42:00.000+05:30आप जो कर रहे हैं वह बहुत गलत है। आप को थाने में रप...आप जो कर रहे हैं वह बहुत गलत है। आप को थाने में रपट लिखानी चाहिए थी। खैर आप उस पचड़े में नहीं पड़ना चाहते तो भी एक शिकायत महाप्रबंधक राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम, जयपुर को लिखिए और उसे रजिस्टर्ड डाक से भेजिए। उस में सारी घटना का वर्णन करते हुए लिखिए कि यह रोड़वेज की सेवा में त्रुटि और कमी का मामला है। यदि आप को अपना सामान एक सप्ताह में काले खाँ बसस्टॉप पर नही दिया गया तो आप उपभोक्ता अदालत में शिकायत करेंगे। और यदि इस पर कोई कार्यवाही नहीं होती है तो शिकायत कर भी दीजिए। <BR/><BR/>आप इस तरह पचड़ों में न पड़ने की सोच कर राजस्थान रोड़वेज के गलत ड्राइवर कंडक्टर को गलत रास्ते पर चलेते जाने की शह दे रहे हैं।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.com